बांकादा गांव में जल संकट, ग्रामीणों ने सड़क जाम कर किया विरोध प्रदर्शन

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित बोड़ाम प्रखंड के बांकादा गांव में पिछले दो वर्षों से खराब पड़े सोलर आधारित जलमीनार के कारण ग्रामीण गंभीर पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। हालात तब और बिगड़ गए जब गांव का एकमात्र चापाकल भी खराब हो गया। पानी की भारी किल्लत से परेशान होकर गांव के 15 परिवारों के महिला और पुरुषों ने बेलटांड़-रघुनाथपुर मुख्य सड़क को सुबह 7 बजे बांस और खाली बर्तन रखकर जाम कर दिया। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
स्थानीय प्रशासन हरकत में आया
सूचना मिलते ही बोड़ाम पुलिस के एसआई बिनोद मुर्मू दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। उनके साथ बेलडीह पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि परिमल सिंह और वार्ड सदस्य पशुपति सिंह भी पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। मुखिया प्रतिनिधि ने 24 घंटे के भीतर जलमीनार की मरम्मत कराने का लिखित आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीणों ने इसे मानने से इनकार कर दिया।
इसके बाद, बोड़ाम सीओ रंजीत कुमार रंजन भी जाम स्थल पहुंचे और पेयजल विभाग के अधिकारी से दूरभाष पर बातचीत की। विभागीय अधिकारी ने एक महीने के अंदर बस्ती में एक नया चापाकल लगवाने का आश्वासन दिया।
ग्रामीणों ने चेताया, समाधान नहीं तो फिर करेंगे आंदोलन
सीओ रंजीत कुमार रंजन ने अस्थायी समाधान के रूप में बांकादा मध्य विद्यालय के जलमीनार से पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रधानाध्यापक से बातचीत की। इस आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने करीब 10 बजे सड़क जाम समाप्त कर दिया, जिससे यातायात सामान्य हो गया।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर एक महीने के अंदर उनकी पेयजल समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे फिर से सड़क जाम करेंगे। ज्ञात हो कि बांकादा गांव के एक टोला में 15 आदिवासी परिवार निवास करते हैं, जहां जलमीनार के अलावा कोई दूसरा सरकारी या निजी चापाकल नहीं है।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख लोग
इस विरोध प्रदर्शन में बासकी मुदी, सविता मुदी, मुसुर मुदी, मेनका मुदी, संध्या रानी मुदी, सुशीला मुदी, अमृता मुदी, शिशिरा मुदी, कुंती मुदी, रानी मुदी, कर्मू मुदी, धर्मू मुदी, संतोष मुदी, गुणधर मुदी, मुचीराम मुदी, सुशील मुदी, टिंकर मुदी, रंजित प्रमाणिक, अजीत प्रमाणिक, विष्णु तंतुबाई, मृत्युंजय तंतुबाई, बिसका तंतुबाई, डमन मुदी, श्रावण मुदी, इन्द्रनारायण मुदी, सुनिल मुदी, कैलाश मुदी और बहादुर सहिस आदि शामिल थे।