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किरीबुरु में डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती मनी संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर महान अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और विद्वान थे—- कमलेश राय

 

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:गुवा में संविधान निर्माता, समाज सुधारक और भारतरत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134वीं जयंती, सेवा स्तम्भ के तत्वावधान में भव्य और उल्लासपूर्ण ढंग से किरीबुरू में मनाई गई।
समारोह में किरीबुरु के बैंक मोड़ स्थित डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीजीएम कमलेश राय, विशिष्ट अतिथि सीजीएम धीरेन्द्र मिश्रा, महाप्रबंधक राम सिंह, महाप्रबंधक कल्याण माझी, डा0 मनोज कुमार, सहायक महाप्रबंधक उदय भान सिंह राठौर, रथिन विश्वास, रमेश सिन्हा, प्रवीण कुमार, आलोक कुमार वर्मा, मुखिया पार्वती किड़ो और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। सीजीएम कमलेश राय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम डॉ. अम्बेडकर की 134 वीं जयंती मना रहे हैं।

वे केवल संविधान निर्माता ही नहीं बल्कि महान अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और विद्वान थे। उन्होंने ‘जाति का विनाश जैसी क्रांतिकारी पुस्तक लिखी थी, जो आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने आगे कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने शिक्षा, संगठन और संघर्ष की जिस त्रयी को अपनाया, वह आज भी देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने का मार्गदर्शक है। हमें उनके सिद्धांतों को आत्मसात कर भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेना चाहिए। सीजीएम धीरेन्द्र मिश्रा ने कहा कि हमने डॉ. अम्बेडकर को प्रत्यक्ष नहीं देखा, लेकिन उनके विचार और कार्य आज भी हमें प्रेरणा देते हैं।

उन्होंने जो संविधान देश को दिया, उसमें समानता, सामाजिक न्याय और अधिकारों की गारंटी है। उन्होंने बताया कि सेल जैसे सार्वजनिक उपक्रम भी इन्हीं मूल्यों के आधार पर कार्य कर रहे हैं और हर कर्मचारी व युवा पीढ़ी को चाहिए कि वह अम्बेडकर के दिखाए मार्ग पर चले। इस अवसर पर सेवा स्तम्भ के छात्र-छात्राओं में से दर्जनों प्रतिभावान बच्चों को मुख्य अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। समारोह में सेवा स्तम्भ के अध्यक्ष जयपाल पुरती, उपाध्यक्ष एस. होरो, बीर सिंह मुंडा, संजय तिग्गा, बीरबल गुड़िया, अनिल तोपनो, पूर्ण चंद्र करुवा, सोनाराम गोप, युधिष्ठिर हजाम, अजय कुमार, प्रधान आल्डा, मधुसूदन दास, सुनील पासवान, धरनीधर नायक सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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