डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती पर टाटानगर रेलवे में निकली जागरूकता रैली, सैकड़ों रेलकर्मियों ने लिया बाबा साहब के सपनों का भारत बनाने का संकल्प

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर स्थित दक्षिण पूर्व रेलवे टाटानगर के अखिल भारतीय अनुसूचित जाति जनजाति संगठन की ओर से भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य समारोह और जागरूकता मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया गया। इस आयोजन में रेलवे के विभिन्न विभागों से जुड़े अधिकारी, कर्मचारी, पदाधिकारीगण और सैकड़ों की संख्या में रेलकर्मी मौजूद रहे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में रेल सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार उपस्थित रहे। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा,
“गगन में जब तक सूरज की प्रखरता रहेगी, तब तक बाबा साहब को याद किया जाता रहेगा। हमें मिलकर बाबा साहब के सपनों का भारत बनाना है, जहां हर व्यक्ति को सम्मान, स्वतंत्रता और अधिकार प्राप्त हो। उनकी प्रतिमा हमें नई ऊर्जा और प्रेरणा देती है।”
मोटरसाइकिल रैली से फैला सामाजिक संदेश
बाबा साहब अंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने और सामाजिक जागरूकता फैलाने के लिए एक विशेष मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया गया। यह रैली मुख्य कार्यालय ट्रैफिक कॉलोनी से आरंभ होकर बागबेड़ा लाल बिल्डिंग चौक, डीबी रोड, हरहरगुट्टू, सेन्ट्रल जेल घाघीडीह मैदान, करनडीह होते हुए लोको कॉलोनी पहुंची, जहां डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
रैली के समापन पर न्यू इलेक्ट्रिक लोको शेड परिसर में एक सभा आयोजित की गई, जिसमें संगठन के पदाधिकारियों और आम रेलकर्मियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर सामाजिक समरसता और समानता पर आधारित बाबा साहब के संदेशों को दोहराया गया।
सभा को किया गया संबोधित
सभा को संबोधित करते हुए सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार, अखिल भारतीय अनुसूचित जाति जनजाति संगठन के सचिव विमल रजक, ओबीसी संगठन के पदाधिकारी आर. वी. राय, और ई.एल.टी.सी. के अनुदेशक जय जय राम ने डॉ. अंबेडकर के विचारों को वर्तमान समय में प्रासंगिक बताते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
धन्यवाद ज्ञापन विमल रजक ने किया और सभी रेलकर्मियों को धन्यवाद दिया जिन्होंने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
जयंती समारोह बना एकजुटता और सामाजिक समरसता का प्रतीक
इस आयोजन में अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता, पदाधिकारी और अन्य विभागों के सैकड़ों रेलकर्मियों की सक्रिय सहभागिता देखने को मिली। कार्यक्रम के माध्यम से बाबा साहब के विचारों को जीवंत रखने, समाज में समानता स्थापित करने, तथा युवाओं को संविधान और अधिकारों के प्रति जागरूक करने का मजबूत संदेश दिया गया।
डॉ. अंबेडकर की 134वीं जयंती पर टाटानगर रेलवे परिसर गूंज उठा उनके विचारों से। यह आयोजन न सिर्फ श्रद्धांजलि था, बल्कि एक सामाजिक संदेश भी—कि जब तक उनके विचार जीवित हैं, तब तक भारत की लोकतांत्रिक आत्मा सुरक्षित है। आज का यह आयोजन हर उस व्यक्ति को प्रेरित करता है जो भारत को न्याय, समानता और बंधुत्व की दिशा में आगे ले जाना चाहता है।