Health

विश्व हेपेटाइटिस दिवस के संबंध में

 

न्यूज़ लहर संवाददाता
हर साल पूरी दुनिया में वर्ल्ड हेपिटाइटिस डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे का मकसद लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना है।ये तो हम सभी जानते हैं कि हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) में वायरस के कारण लिवर (Liver) में इंफेक्शन हो जाता है और एक बार लिवर में इन्फेक्शन (Liver Infection) हो जाए तो ये कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। लिवर में इन्फेक्शन के चलते लिवर खराब होने से लेकर लिवर कैंसर (Cancer) तक का खतरा बढ़ जाता है।

>> क्या है हेपेटाइटिस की बीमारी <<

हेपेटाइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसके चलते लिवर में स्वेलिंग आ जाती है।सूजन की वजह से सेल्स को नुकसान पहुंचता है। हेपेटाइटिस की बीमारी के पांच टस्ट्रेन हैं जिन्हें अल्फाबेट से जाना जाता है। हेपेटाइटिस कई तरह के होते हैं और हर एक के कारण शरीर को अलग-अलग तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।आंकड़े बताते हैं कि हेपेटाइटिस के चलते पूरी दुनिया में हर 30 सेकंड में एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। लगातार गंभीर हो रही इस बीमारी को देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने 2030 तक इसे खत्म करने का लक्ष्य रखा है। यही वजह है कि इस बीमारी को लेकर लोगों में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता बढ़ाई जा रही है, क्योंकि जानकारी के अभाव के चलते ज्यादातर लोग इस बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं।

>> वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे का इतिहास <<

वर्ल्ड हेपिटाइटिस डे 28 जुलाई को नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ बारूक ब्लमबर्ग के जन्मदिन पर उन्हें सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।उन्होंने हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) की खोज की। डॉ बारूक ने ही हेप-बी वायरस के इलाज के लिए एक डायगोनस्टिक टेस्ट और वैक्सीन को डेवलप किया था।ये वर्ल्ड लेवल का अवेयरनेस मिशन है जिसे वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने वर्ल्ड वाइड हेपेटाइटिस फ्री बनाने के लिए एक मिशन के रूप में शुरू किया है। 2008 में, पहली बार वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे मनाया गया था।

>> वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे 2023 की थीम <<
वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे की थीम हर साल अलग-अलग होती है। इस साल विश्व हेपेटाइटिस दिवस यानी वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे की थीम ‘वी आर नॉट वेटिंग'(We’re not waiting) है। हेपाटाइटिस बढ़ने पर पीलिया का रूप ले लेता है और अंतिम चरण में पहुंचने पर लिवर सिरोसिस या लिवर कैंसर का कारण भी बन सकता है। समय पर उपचार न होने पर रोगी की मृत्यु तक हो सकती है।

डाइट और लाइफस्टाइल में सुधार करने से आप इस संक्रमण को आसानी से खत्म कर सकते हैं। इसलिए डॉक्टर्स दवाओं के सेवन के साथ-साथ मरीजों को हेल्दी डाइट का सेवन और कुछ चीजों से परहेज की सलाह देते हैं।
सौजन्य: इंटरनेट

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