संविधान के अपमान पर भाजपाइयों का फूटा गुस्सा, मंत्री हफीजुल हसन के खिलाफ जमशेदपुर में निकाला गया आक्रोश मार्च

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर में झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन द्वारा दिए गए विवादित बयान — जिसमें उन्होंने शरिया को संविधान से ऊपर बताया — के विरोध में भारतीय जनता पार्टी जमशेदपुर महानगर द्वारा जोरदार आक्रोश मार्च निकाला गया। भाजपा ने इस बयान को भारत के संविधान और इसके निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान बताया है।
यह आक्रोश मार्च भाजपा जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा के नेतृत्व में निकाला गया, जो भाजपा जिला कार्यालय से शुरू होकर उपायुक्त कार्यालय तक पहुँचा। वहां भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और जमशेदपुर के उपायुक्त को इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा।
मार्च में जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा दास साहू, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी, जिला उपाध्यक्ष संजीव सिंह, राजीव सिंह, रेनू शर्मा, जिला मंत्री विजय तिवारी, मिली दास, पप्पू सिंह, जितेंद्र राय, जिला भाजपा मुख्यालय प्रभारी सुबोध झा, पूर्व जिला अध्यक्ष रामबाबू तिवारी, दिनेश कुमार, गुंजन यादव, देवेंद्र सिंह, ब्रह्मदेव नारायण शर्मा सहित अनेक वरिष्ठ नेता, मंडल अध्यक्षगण, जिले के पदाधिकारी और हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने हफीजुल हसन के बयान को न सिर्फ अलोकतांत्रिक बताया, बल्कि इसे भारत के लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ बताया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की और मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की माँग की।
भाजपा नेताओं ने कहा कि इस प्रकार का बयान न सिर्फ संविधान का अपमान है बल्कि इससे समाज में विभाजन और अस्थिरता की भावना को बल मिलता है। उन्होंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मांग की कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए हफीजुल हसन को पद से हटाया जाए ताकि संविधान की गरिमा अक्षुण्ण बनी रहे।