टाटा मोटर्स के बाईसिक्स कर्मी की इलाज के दौरान मौत, मुआवजे और नौकरी की मांग पर परिजन अड़े

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर के टाटा मोटर्स में कार्यरत बाईसिक्स कर्मी पी. मार्डी की सोमवार रात टेल्को अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने 30 लाख रुपये मुआवजा और एक आश्रित को नौकरी देने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि मांगें पूरी नहीं होने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
परसूडीह के प्रधान टोला निवासी पी. मार्डी, टाटा मोटर्स में बाईसिक्स कर्मी के रूप में कार्यरत थे। 19 अप्रैल को वे ड्यूटी पर आए थे, लेकिन कंपनी परिसर में ही उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। कंपनी प्रबंधन ने उन्हें तुरंत टेल्को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां सोमवार की रात उन्होंने दम तोड़ दिया।
पी. मार्डी अपने तीन भाइयों में मंझले थे और परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। उनके परिवार में लगभग 10 लोगों की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर थी। उनकी मौत के बाद परिजन आक्रोशित हैं और कंपनी से 30 लाख रुपये मुआवजा एवं एक आश्रित को स्थायी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रखंड अध्यक्ष पलटन मुर्मू ने परिजनों का समर्थन करते हुए कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो टाटा मोटर्स के मुख्य गेट को जाम किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक कंपनी प्रबंधन मुआवजे और नौकरी की घोषणा नहीं करता, तब तक पी. मार्डी का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
फिलहाल कंपनी प्रबंधन और परिजनों के बीच बातचीत जारी है। परिजनों का कहना है कि वे शांतिपूर्वक समाधान चाहते हैं, लेकिन यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।