सरायकेला-खरसावां में अवैध खनन पर नकेल कसने की तैयारी: उपायुक्त की अध्यक्षता में माइनिंग टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड ।सरायकेला-खरसावां जिले में अवैध खनन एवं परिचालन पर सख्त नियंत्रण सुनिश्चित करने को लेकर उपायुक्त रविशंकर शुक्ला की अध्यक्षता में जिला स्तरीय माइनिंग टास्क फोर्स (DMFT) की महत्वपूर्ण बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक मुकेश लूणायत, जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी सबा आलम अंसारी, उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल, जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर शतप्ति सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
विशेष कार्य योजना और कार्रवाई के निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की विस्तृत समीक्षा करते हुए अवैध खनन तथा परिचालन के विरुद्ध ठोस कार्य योजना निर्धारित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अवैध खनन में संलिप्त व्यक्तियों की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त एवं नियमसंगत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसके लिए प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी चेकनाकों की स्थापना कर वाहनों की कड़ी जांच के निर्देश दिए गए। वन क्षेत्रों से गुजरने वाले वाहनों की भी विशेष जांच का आदेश दिया गया है।
सूचना तंत्र और जांच दल की सक्रियता पर जोर
अवैध खनन की सूचनाओं के लिए जारी टोल फ्री नंबर 18003456490 का व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश देते हुए उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि सूचना देने वाले व्यक्तियों की पहचान गोपनीय रखी जाए। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों को चावलिबासा, पातकुम, मिलन चौक और कुकड़ू प्रखंड कार्यालय समेत अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में बनाए जा रहे अस्थायी चेकनाकों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया।
साथ ही, अपर उपायुक्त की अध्यक्षता में एक जिला स्तरीय जांच दल गठित करने का निर्णय लिया गया, जो नियमित रूप से जिले के बालू घाटों एवं स्टॉक यार्डों का औचक निरीक्षण करेगा और उसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय को सौंपेगा।
सभी संबंधित पदाधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में अपर उपायुक्त जयवर्धन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला-चांडिल, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सरायकेला-चांडिल, जिला परिवहन पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।
उपायुक्त ने अंत में सभी अधिकारियों को अवैध खनन के विरुद्ध शून्य सहिष्णुता की नीति के साथ काम करने का संदेश देते हुए निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।