सोनुवा में 176 आंगनबाड़ी सेविकाओं को मिला स्मार्टफोन, विधायक जगत माझी बोले – सेवाभाव से करें कार्य, मिलेगी हर सुविधा*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक जगत माझी ने गुरुवार को सोनुवा प्रखंड कार्यालय परिसर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सेविकाओं के बीच स्मार्टफोन का वितरण कर उन्हें तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की। महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की इस पहल के तहत सोनुवा और गुदड़ी प्रखंड की कुल 176 आंगनबाड़ी सेविकाओं को स्मार्टफोन प्रदान किए गए।
कार्यक्रम की शुरुआत विधायक श्री माझी ने स्मार्टफोन वितरण कर की, जिसके बाद सेविकाओं के चेहरों पर उत्साह और संतोष झलकने लगा। इस अवसर पर उन्होंने सेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा, “आंगनबाड़ी सेविकाएं समाज की जड़ में काम करती हैं। सरकार उनकी मेहनत को पहचान रही है और यह स्मार्टफोन उनके कार्य को सरल और प्रभावी बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है। सेवाभाव से कार्य करने वालों को सरकार हर सुविधा देगी।”
*तकनीकी मदद से आसान होगा सेवा कार्य*
विधायक ने बताया कि इन स्मार्टफोन में बाल विकास विभाग से जुड़ी महत्वपूर्ण एप्स पहले से इंस्टॉल हैं, जिनसे सेविकाएं पोषण ट्रैकिंग, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में निबंधन, बच्चों की उपस्थिति व अन्य कार्यों की रियल टाइम एंट्री कर सकेंगी। इससे न केवल कार्य की पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि सेवाओं की गुणवत्ता और समयबद्धता भी सुनिश्चित हो सकेगी।
*आंगनबाड़ी केंद्रों का करेंगे निरीक्षण*
श्री माझी ने यह भी कहा कि वे क्षेत्र भ्रमण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करेंगे, ताकि जमीनी हकीकत से अवगत होकर आवश्यक सुधार किए जा सकें। उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि सरकार सेविकाओं को प्रशिक्षण, मानदेय और अन्य संसाधनों के क्षेत्र में और भी सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।
*सेविकाओं ने रखी समस्याएं*
कार्यक्रम के दौरान कुछ सेविकाओं ने विधायक के समक्ष अपनी समस्याएं भी रखीं, जिनमें मानदेय भुगतान में देरी, प्रशिक्षण की कमी और केंद्रों पर संसाधनों की जरूरत शामिल थी। विधायक ने सभी समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनके समाधान का आश्वासन दिया।
*मौके पर ये रहे उपस्थित*
इस अवसर पर बीडीओ सह प्रभारी सीडीपीओ सोमनाथ उरांव, महिला पर्यवेक्षक सावित्री हेम्ब्रम, सेविका प्रतिनिधि मालती सोय, मालावती महतो, उर्मिला दिग्गी, सरोज सांडिल समेत बड़ी संख्या में सेविकाएं उपस्थित रहीं।
इस कार्यक्रम ने न केवल सेविकाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाया, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिलाया कि सरकार उनके कार्य और योगदान को महत्व देती है और भविष्य में उन्हें और अधिक समर्थन मिलेगा।