पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का भव्य स्वागत, राज्य और देश की हालिया परिस्थितियों पर हुई गंभीर चर्चा*
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चाईबासा में आज शहर में उस समय खास उत्साह देखने को मिला जब पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अर्जुन मुंडा का आगमन हुआ। शहर के पोस्ट ऑफिस चौक पर पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार तरीके से उनका माल्यार्पण और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। स्थानीय कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों और नारों के साथ इस स्वागत को एक उत्सव का रूप दे दिया।
पोस्ट ऑफिस चौक पर स्वागत समारोह के पश्चात श्री मुंडा सीधे भाजपा की पूर्व प्रत्याशी गीता बालमुचू के आवास पहुंचे, जहां उन्होंने उनके दिवंगत परिवारजनों के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया।
इसके पश्चात एक संक्षिप्त बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई ने देश और राज्य की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में विशेष रूप से हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर गहरी चिंता जताई गई।
श्री मुंडा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी नेतृत्व शैली और मजबूत कूटनीति ही है, जिसने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग कर दिया है। आज देश हर मोर्चे पर आत्मनिर्भर बन रहा है और आतंकी ताकतों को जवाब देने में सक्षम है।”
राज्य की राजनीति पर बात करते हुए पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई ने झारखंड की मौजूदा झामुमो सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा:
“चुनाव से पहले जनता को झूठे वादे और प्रलोभन देकर सत्ता में आई झामुमो सरकार ने अब तक एक भी वादा पूरा नहीं किया है। बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और विकास कार्यों की धीमी रफ्तार राज्य के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है।”
इस मौके पर सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय जनप्रतिनिधि, युवा नेता और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सभी ने कार्यक्रम में भाग लेकर नेतृत्व को अपना समर्थन दिया और आने वाले समय में पार्टी के लिए कार्य करने का संकल्प लिया।
यह कार्यक्रम न केवल एक स्वागत समारोह था, बल्कि यह भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और स्थानीय कार्यकर्ताओं के बीच संवाद और रणनीति के आदान-प्रदान का भी अवसर बना।