06 मई को ‘संविधान बचाओ रैली’ को सफल बनाने को लेकर चक्रधरपुर कांग्रेस की रणनीतिक बैठक आयोजित* *अध्यक्ष रमेश ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक, कांग्रेस नेताओं ने की जन-जन से रैली में भागीदारी की अपील*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: चक्रधरपुर नगर कांग्रेस कमिटी की एक महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को वन विश्राम परिसर में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता नगर अध्यक्ष रमेश ठाकुर ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी 06 मई को रांची स्थित पुराना विधानसभा मैदान में आयोजित ‘संविधान बचाओ रैली’ की तैयारी एवं प्रचार-प्रसार को लेकर रणनीति बनाना था।
बैठक में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के सचिव अशरफुल होदा ने उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि यह रैली पहले 03 मई को प्रस्तावित थी, लेकिन अब इसकी नई तिथि 06 मई निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता जनसंपर्क अभियान के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को रैली में भाग लेने हेतु प्रेरित करें, ताकि पश्चिमी सिंहभूम जिला से बड़ी संख्या में कांग्रेसजन अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं।
*संविधान की रक्षा, सभी देशवासियों का कर्तव्य: सन्नी सिंकु*
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सन्नी सिंकु ने कहा कि भारत का संविधान हमारे देश की आत्मा है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा, “भारत के संविधान ने हमें जो मौलिक अधिकार, न्याय और समानता का अधिकार दिया है, उसकी रक्षा करना हर नागरिक का कर्तव्य है।”
*बैठक में कई वरिष्ठ नेता हुए शामिल*
बैठक में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति दर्ज की गई। इसमें जिला अल्पसंख्यक कांग्रेस के चेयरमैन तौहीद आलम, पूर्व जिला उपाध्यक्ष गोविंद महतो, पूर्व कार्यालय सचिव शैली शैलेंद्र सिंकु, पूर्व सचिव अमृत मांझी, श्यामल सिंघा, फिरोज अशरफ, बंदगांव प्रखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नारायण सिंह पुरती, उपाध्यक्ष बसंत तांती, बिरसा गोप, ज्योसेप बोदरा, विकास पुरती और पवन बोदरा प्रमुख रूप से शामिल रहे।
*रैली में व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने की रणनीति*
बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर कांग्रेस कमिटी व प्रखंड स्तरीय इकाइयाँ मिलकर रैली को लेकर व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाएंगी। इसके तहत डोर टू डोर संपर्क, सोशल मीडिया प्रचार, और स्थानीय स्तर पर बैठकें आयोजित की जाएंगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लोकतंत्र और संविधान की रक्षा हेतु इस ऐतिहासिक रैली में भाग ले सकें।