पाकिस्तानी नागरिकों की देश निकासी की मांग को लेकर भाजपा का ज़ोरदार प्रदर्शन*

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में सोमवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक भव्य और ज़ोरदार प्रदर्शन का आयोजन किया गया। यह प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए अमानवीय आतंकी हमले के विरोध में किया गया, जिसमें 28 निर्दोष पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस वीभत्स घटना ने देश भर के नागरिकों को झकझोर कर रख दिया है और जनमानस में तीव्र आक्रोश व्याप्त है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष माननीय बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार यह प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें जिले भर से सैकड़ों कार्यकर्ता एकत्रित हुए। प्रदर्शन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष संजय पांडे (संजू) ने किया। कार्यकर्ता प्रातः 11:30 बजे रूंगटा गार्डन चौक पर एकत्र हुए और “पाकिस्तान भारत छोड़ो”, “भारत माता की जय” जैसे राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत नारों के साथ जुलूस की शक्ल में उपायुक्त कार्यालय की ओर प्रस्थान किया।
उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें पाकिस्तान से आए वैध और अवैध नागरिकों की शीघ्र पहचान कर उन्हें देश से निष्कासित करने की मांग की गई है। ज्ञापन में गृह मंत्रालय के निर्देशों का पालन करते हुए त्वरित कार्रवाई की अपील की गई है।
इस अवसर पर पूर्व सांसद एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गीता कोड़ा ने कहा, “झारखंड में पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों ने अवैध रूप से अपने पाँव जमा लिए हैं, लेकिन राज्य सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है। देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया जा सकता। 48 घंटे की चेतावनी समाप्त हो चुकी है, अब निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बड़कुंबर गगराई ने कहा कि राज्य में विदेशी नागरिकों की उपस्थिति राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गम्भीर खतरा है। उन्होंने प्रशासन से कठोर कदम उठाने की मांग की। आगे उन्होंने कहा कि देश के बहुत सारे राज्य में इस तरह की घटना के बाद लोगों को चयनित किया जा रहा है, और उस पर कार्रवाई भी हो रही है, लेकिन दुर्भाग्य है कि झारखंड सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है जो कि यह साफ समझ में आ रहा है कि यहां पर तुष्टिकरण, वोट की राजनीति चल रही है, देश को लेकर किसी को चिंता है ही नहीं। वहीं भाजपा नेता जे.बी. तुबिद ए ने प्रशासन की निष्क्रियता की तीव्र आलोचना करते हुए कहा, “झारखंड को विदेशी घुसपैठियों का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा। भाजपा हर स्तर पर इसके खिलाफ आवाज बुलंद करेगी।”
ज्ञापन में भाजपा ने यह भी स्पष्ट किया कि यह विषय केवल कानून-व्यवस्था का नहीं, बल्कि राष्ट्र की संप्रभुता और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। यदि इस पर शीघ्र और प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई तो पार्टी जनआंदोलन को और तेज करने से पीछे नहीं हटेगी।
इस विरोध प्रदर्शन में जिले के कई प्रमुख भाजपा नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। जिनमें प्रमुख नामों में गुरुचरण नायक, गीता बालमुचू, सतीश पुरी, प्रताप कटियार महतो, शंभू हाजरा, इस्माइल सिंह दास, मुकेश सिंह (लल्लू), पवन शर्मा, जय किशन बिरुली, हेमंती विश्वकर्मा, चंद्र मोहन तिऊ, रंजन प्रसाद, जितेंद्र दास, अक्षय खत्री, राजेश पोद्दार, मणिकांत पोद्दार, अंगद साहू, द्वारिका शर्मा, बिरजू रजक, दुनिया कुमार, संजीव बेहरा, सरना बोयपाई समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।
प्रदर्शन शांतिपूर्ण और अनुशासित रहा, लेकिन संदेश स्पष्ट और तीव्र था—देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और घुसपैठियों को भारत में स्थान नहीं मिलेगा।