बोकारो पुलिस ने 72 घंटे में सुलझाई एनएच-23 पर मिली युवक की हत्या की गुत्थी

न्यूज़ लहर संवाददाता
**बोकारो:* बोकारो जिले में एनएच-23 स्थित उड़ान शोरूम के पास 5 मई की सुबह एक युवक का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। मृतक की पहचान शिव शक्ति कॉलोनी, सेक्टर-9, ए-रोड, बोकारो निवासी धनंजय गुप्ता के रूप में हुई। पुलिस ने महज 72 घंटे के भीतर इस सनसनीखेज हत्या कांड की गुत्थी सुलझा ली है।
पुलिस जांच में सामने आया कि धनंजय गुप्ता की हत्या पारिवारिक रंजिश और एकतरफा प्रेम प्रसंग के चलते की गई थी। इस मामले में दो अपराधियों – रोहित यादव (19) और अभिषेक महतो (19) – को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या में प्रयुक्त चाकू, मोबाइल फोन, हत्या के समय पहने गए खून लगे कपड़े और स्कूटी भी बरामद कर ली गई है।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चास, प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने डॉग स्क्वाड, तकनीकी शाखा और एफएसएल की मदद से त्वरित कार्रवाई करते हुए महज 72 घंटे में हत्या की गुत्थी सुलझा दी।
पारिवारिक विवाद बना हत्या का कारण
जांच में पता चला कि मृतक धनंजय गुप्ता के बड़े भाई अजय गुप्ता की पत्नी की बहन काजल कुमारी से धनंजय का प्रेम संबंध था। दोनों ने एक साल पहले शादी भी कर ली थी। अजय गुप्ता इस रिश्ते से नाराज था और बदला लेने की नीयत से अपने साथी करन राय के जरिए 1.40 लाख रुपये में हत्या की सुपारी दे दी थी।
साजिश के तहत बुलाकर की गई हत्या
4 मई को करन राय ने धनंजय को घुमाने के बहाने बुलाया और अपने दो साथियों के साथ मिलकर उड़ान शोरूम के पास धारदार चाकू से उसकी निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद शव को घटनास्थल पर फेंक दिया गया।
पुलिस ने किया खुलासा
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रोहित यादव और अभिषेक महतो को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार की। आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त खून से सना चाकू, दो मोबाइल फोन, खून लगे कपड़े और स्कूटी बरामद कर ली गई।
मुख्य साजिशकर्ता अजय गुप्ता और करन राय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा।
इस पूरे ऑपरेशन में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रवीण कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक, थाना प्रभारी अभिषेक कुमार रंजन, अनुसंधानकर्ता शुभम गोप सहित पिंड्राजोर थाना के कई पदाधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुलिस की तत्परता और टीम वर्क के कारण 72 घंटे के भीतर हत्या की गुत्थी सुलझ गई। पारिवारिक विवाद और एकतरफा प्रेम प्रसंग इस हत्याकांड का मुख्य कारण बना। पुलिस ने मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, अन्य की तलाश जारी है।