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चाईबासा में ढाबा मालिक के साथ मारपीट: खुद को पुलिस बताकर तीन लोगों ने की गुंडागर्दी, मामला जांच के घेरे में* 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

चाईबासा: शहर के बाईपास रोड स्थित सिकुरसाईं बैंड के पास स्थित एक ढाबे में देर रात हुई एक सनसनीखेज घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। बीती मध्य रात्रि लगभग 3:00 बजे तीन अज्ञात व्यक्ति ढाबा मालिक बलभद्र के ढाबे पर पहुंचे और दरवाजा जोर-जोर से पीटकर खुलवाने लगे। ढाबा बंद हो चुका था, लेकिन जोर-जबरदस्ती के बाद जैसे ही ढाबा मालिक ने दरवाजा खोला, उनमें से एक व्यक्ति ने हथियार निकाल लिया और धमकी भरे लहजे में कहा कि “जल्दी से लड़की और शराब लाओ।”

 

ढाबा मालिक बलभद्र ने स्पष्ट रूप से मना कर दिया और बताया कि उसका ढाबा एक सामान्य भोजनालय है, और यहां इस प्रकार की कोई गैरकानूनी गतिविधि नहीं होती। इस पर तीनों लोग भड़क उठे और बलभद्र के साथ मारपीट शुरू कर दी। ढाबा मालिक के अनुसार, उन लोगों ने उस पर आरोप लगाए कि वह इस प्रकार के अवैध कार्य करता है और उन्हें इस बारे में सूचना मिली है।

इसके बाद वे लोग बलभद्र को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर कुछ दूरी पर ले गए और वहां भी उसके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की। पूछताछ के दौरान तीनों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया। इनमें से एक व्यक्ति ने दावा किया कि वह डीएसपी है और हाल ही में, करीब आठ दिन पहले ही चाईबासा के मुफस्सिल थाना में पदभार ग्रहण किया है।

 

घटना के बाद तीनों व्यक्तियों ने ढाबा मालिक को चेतावनी दी और कुछ ‘हिदायतें’ देकर वहां से चले गए। डर और असमंजस की स्थिति में रात बीताने के बाद ढाबा मालिक बलभद्र ने सुबह हिम्मत जुटाकर मुफस्सिल थाना पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को दी।

 

ढाबा मालिक का कहना है कि उसने यह कदम इसलिए उठाया ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों और अन्य व्यवसायियों के साथ कोई अनहोनी न हो। उसका मानना है कि यदि ऐसे मामलों पर समय रहते कार्रवाई न की जाए तो यह प्रवृत्ति बढ़ सकती है।

 

इधर, पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी के अनुसार ढाबा मालिक द्वारा दिए गए बयान के आधार पर संभावित आरोपियों की पहचान की कोशिश की जा रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या वाकई उन तीनों में से कोई पुलिसकर्मी था या फिर यह सब महज धोखाधड़ी का हिस्सा था।

 

यह मामला अब प्रशासनिक जांच के दायरे में है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे किसी भी पद या ओहदे पर क्यों न हों।

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