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झारखंड में कानून व्यवस्था पर उठे सवाल* 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

चाईबासा: खूंटपानी प्रखंड के बासाहातु गांव में ग्रामीण मुंडा मंजीत हाईबुरु और मंझारी प्रखंड के जलधार गांव में जेनाराम पूर्ति की निर्मम हत्या ने न केवल दो परिवारों को शोक में डुबो दिया, बल्कि पूरे कोल्हान क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। इन हत्याओं पर गहरा शोक और कड़ा रोष व्यक्त करते हुए पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई ने झारखंड सरकार और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा।

 

श्री गागराई ने कहा,

“झारखंड अब अपराधियों की शरणस्थली बनता जा रहा है। हर दिन कहीं न कहीं हत्या, डकैती या छिनतई की खबर सामने आती है। बासाहातु में एक ग्रामीण मुंडा की हत्या हो जाती है और जलधार में एक गरीब किसान की जान ले ली जाती है, आखिर ये कब तक चलेगा?

 

उन्होंने गहरी नाराज़गी जताते हुए कहा कि राज्य की सरकार सिर्फ कागज़ी विकास और बड़ी-बड़ी घोषणाओं में व्यस्त है, जबकि जमीनी हकीकत यह है कि आम जनता असुरक्षित महसूस कर रही है। “आज अपराधी बेलगाम हैं, न उन्हें कानून का डर है, न पुलिस का खौफ। ये स्थिति बेहद चिंताजनक और खतरनाक है।”

 

पूर्व मंत्री ने भावुक होते हुए कहा,

“मैं मंजीत हाईबुरु और जेनाराम पूर्ति के परिवारों के इस असीम दुख में साथ हूं। एक ओर जिन हाथों से हल चलता था, उन हाथों को मिटा दिया गया। दूसरी ओर, जो गांव की परंपरा और आत्मा का प्रतीक थे, उन्हें बेरहमी से मार डाला गया। यह सिर्फ हत्या नहीं, यह हमारी अस्मिता और आत्मसम्मान पर हमला है।”

 

उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि अगर जल्द ही अपराधियों पर नकेल नहीं कसी गई और पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिला, तो एक जोरदार जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। “अब यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आम जनता को संगठित होकर अपराध और सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ आवाज उठानी होगी।”

 

*गागराई ने प्रशासन से की ये मांगें:*

 

1. 24 घंटे के भीतर दोनों हत्याकांडों के आरोपियों की गिरफ्तारी।

 

2. पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता और सुरक्षा मुहैया कराना।

 

3. खूंटपानी और मंझारी अंचल में विशेष निगरानी अभियान चलाना।

 

4. झारखंड सरकार को विधानसभा में इन घटनाओं पर जवाबदेह बनाना।

 

उन्होंने कहा कि अगर सरकार अब भी आंखें मूंदे रही, तो भाजपा सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी। “जनता का सब्र अब टूट रहा है, और हम उनके साथ हैं।”

 

इन घटनाओं ने एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर निर्दोष ग्रामीणों की हत्या हो रही है, वहीं दूसरी ओर सरकार और पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता पर भी लोगों का आक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है।

 

“झारखंड को अपराधमुक्त बनाना होगा, और यह तब होगा, जब हर नागरिक न्याय की मांग में एकजुट होगा।”

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