प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन: ‘पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते’, आदमपुर एयरबेस से दिया देश और दुनिया को सशक्त संदेश: बड़कुंवर गागराई

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख कर एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमने पाकिस्तान के सीजफायर निवेदन का सम्मान करते हुए युद्ध को स्थगित किया है, समाप्त नहीं।” उनके इस बयान ने देशवासियों में आत्मविश्वास और राष्ट्रभक्ति की भावना को और प्रबल किया है।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई ने प्रधानमंत्री के इस संबोधन का स्वागत करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि पहले से तैयार और सतर्क रहेगा। ‘पानी और खून दोनों एक साथ नहीं बह सकते’ यह वाक्य आज के संदर्भ में हमारी नीति का आधार बन चुका है।”
राष्ट्र को संबोधित करने के बाद आज प्रधानमंत्री ने पंजाब स्थित आदमपुर एयरबेस का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय वायुसेना के जवानों से बातचीत कर उनकी तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने वायुसेना के उच्चाधिकारियों से जानकारी ली और जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा, “आपका साहस और समर्पण ही देश की रक्षा की असली ढाल है।”
श्री गागराई ने कहा कि प्रधानमंत्री की यह सक्रियता और नेतृत्व देश को नई दिशा दे रहा है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ दिल्ली से नहीं, बल्कि सीमाओं पर खड़े जवानों के बीच जाकर नेतृत्व कर रहे हैं। यही एक सच्चे नेता की पहचान है।”
प्रधानमंत्री के दौरे और संबोधन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब निर्णायक नेतृत्व के साथ आगे बढ़ रहा है – जो न सिर्फ कूटनीतिक स्तर पर सशक्त है, बल्कि सैन्य दृष्टि से भी पूर्ण रूप से सजग और सक्षम है।