मंत्री विजय शाह की कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिप्पणी पर कांग्रेस का तीखा हमला, इस्तीफे की मांग

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा। मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की गई विवादास्पद टिप्पणी ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। कांग्रेस ने इस बयान को न केवल सेना की गरिमा का अपमान बताया है, बल्कि इसे देश की एकता और सामाजिक सद्भाव पर हमला भी करार दिया है। बुधवार को चाईबासा स्थित कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं ने मंत्री विजय शाह से तत्काल इस्तीफे की मांग की और कहा कि ऐसे बयान देश के लिए खतरा हैं।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रशेखर दास ने मंत्री के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी जैसी बहादुर महिला सैनिक को आतंकवादियों की बहन बताना न केवल घृणित है, बल्कि यह सेना और देश की एकता को कमजोर करने वाला कदम है। उन्होंने कहा कि यह बयान भाजपा की सेना के प्रति असंवेदनशीलता और गैर-जिम्मेदाराना सोच को उजागर करता है। कांग्रेस प्रवक्ता त्रिशानु राय ने भी मंत्री के बयान को सांप्रदायिक मानसिकता का प्रतीक बताते हुए कहा कि कर्नल सोफिया ने अपनी वीरता और देशभक्ति से देश का नाम रोशन किया है। ऐसे वीर सैनिक के खिलाफ अपमानजनक बयान देना न केवल व्यक्तिगत स्तर पर गलत है, बल्कि यह भारतीय सेना और आम जनता की भावनाओं का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि विजय शाह जैसे व्यक्ति को मंत्री पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।
प्रेस वार्ता में जिला कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रशेखर दास, महासचिव लियोनार्ड बोदरा, प्रवक्ता त्रिशानु राय, कोषाध्यक्ष ललित कर्ण, सचिव संतोष सिन्हा, प्रखंड अध्यक्ष दिकु सावैयां सहित कई अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे। कांग्रेस ने साफ किया कि यदि केंद्र और राज्य सरकार इस विवादित बयान पर कोई कार्रवाई नहीं करती है तो पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी और देशवासियों के सम्मान की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।
इस बीच, विजय शाह ने विवादित बयान के लिए माफी मांगी है, लेकिन कांग्रेस ने इसे स्वीकार नहीं किया है और उनके इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए पुलिस को चार घंटे के भीतर FIR दर्ज करने का निर्देश दिया है। इस विवाद ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और आने वाले समय में इस पर और सियासी दबाव बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।