सरायकेला :- झारखंड विधानसभा की आवास समिति के सभापति ने परिसदन सभागार, सरायकेला में पदाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक…*

न्यूज़ लहर संवाददाता
सरायकेला।झारखंड विधानसभा की आवास समिति के माननीय सभापति एवं विधायक श्री दशरथ गागराई की अध्यक्षता मे सरायकेला-खरसावां जिले में सरकारी भावनो, आवसो एवं बुनियादी संरचनाओं की स्थिति से सम्बन्धित समीक्षा बैठक परिसदन सभागार मे आहूत की गई। बैठक में मुख्य रुप से समिति सदस्य एवं विधायक श्री समीर मोहन्ति, उप विकास आयुक्त श्री आशीष अग्रवाल, निदेशक डीआरडीए डॉ अजय तिर्की, अपर उपायुक्त श्री जयवर्धन कुमार एवं विभिन्न विभाग के पदाधिकारी एवं कार्यपालक अभियन्ता उपस्थित रहें। बैठक के दौरान समिति के सभापति महोदय के द्वारा जिला अंतर्गत विभिन्न विभागों के सरकारी भवन व आवासों के वर्तमान स्थिति की क्रमवार समीक्षा की गई। समीक्षा क्रम मे सभापति महोदय के द्वारा विगत तीन वर्षो में संबंधित विभाग के भवनों/आवासों की मरम्मति करायी गयी या नवनिर्माण/ मरम्मति की आवश्यकता हेतु विभाग से पत्राचार किया गया है या नहीं इसकी जानकारी ली गई। निर्माण कार्य में अग्नि नियंत्रण एवं तड़ित चालक जैसे सुरक्षा मानकों का पालन किया गया है अथवा नहीं ? पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था, पेयजल शुद्धता के मानकों का पालन, कितने भवनों/आवासों में सौर ऊर्जा से विद्युत आपूर्ति की जाती है तथा कितने में प्रस्तावित है। सरकारी गोदामों की क्या स्थिति है एवं इसकी सुरक्षा के लिए क्या व्यवस्था की जाती है? सरकारी विद्यालयों एवं छात्रावासों की वर्तमान स्थिति, विगत तीन वर्षों में कितने विद्यालयों एवं छात्रावासों की मरम्मति का कार्य किया गया है? नये विद्यालय भवन एवं छात्रावास निर्माण की कितनी प्रस्तावित योजनाएँ है? वर्तमान में चल रही “अबुआ आवास योजना” प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी एवं ग्रामीण), अंबेडकर आवास योजना एवं इंदिरा आवास योजना की क्या स्थिति है, कितने लाभुकों का चयन कर इस योजना से लाभान्वित किया गया है, इस योजना का लाभ जरूरतमंद परिवारों को मिल सके इसके लिए विभाग द्वारा क्या कार्य योजना है इस संबंध में समीक्षा कर योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन तथा लंबित योजनाओं मे लक्ष्य निर्धारित कर कार्य पूर्ण करने हेतु बिंदुवार चर्चा किया गया। समीक्षा क्रम मे सभापति महोदय के द्वारा विभिन्न विभाग/एजेंसी द्वारा किए जा रहें निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखनें, निर्माण कार्य मे निविदा के अनुरूप उच्च श्रेणी के समग्रीया का प्रयोग करनें तथा लंबित योजनाओं मे तेजी लाते हुए योजनाओं को निर्धारित समयावधी मे पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।