कृष्णापुरी निवासी ने झूठे मुकदमे और मारपीट का लगाया आरोप, SSP से की न्याय की गुहार

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर:पूर्वी सिंहभूम जिले के बागबेड़ा थाना अंतर्गत कृष्णापुरी के निवासी समरजीत कुमार मिश्रा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) को एक लिखित आवेदन देकर अपने और अपने परिवार के साथ अन्याय, गाली-गलौज, मारपीट तथा झूठे मुकदमे दर्ज करने की साजिश का आरोप लगाया है।
समरजीत कुमार के अनुसार, 19 फरवरी 2025 को उनके भाई एक हादसे में घायल हो गए थे। इसी दौरान रंजीत पाण्डेय नामक व्यक्ति, जो उनके साथ ही निवास करता था, उनके भाई को बिना परिवार को सूचित किए इलाज के लिए अपने साथ ले गया। दो सप्ताह तक उसने अपने स्तर पर इलाज कराया, लेकिन परिवार को कोई जानकारी नहीं दी गई। जब पीड़ित की हालत गंभीर हो गई, तब 19 दिन बाद सूचना दी गई।
जब समरजीत ने इस विषय में रंजीत पाण्डेय से बातचीत करनी चाही, तो उल्टा उन्हें गाली-गलौज का सामना करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि रंजीत पाण्डेय ने उनके विरुद्ध झूठी प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराने की कोशिश की और पुलिस के समक्ष मामला को तोड़-मरोड़ कर पेश किया। उन्होंने यह भी कहा कि गाली-गलौज की रिकॉर्डिंग उनके मोबाइल में सुरक्षित है, जिसे वे साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं।
18 अप्रैल को थाने से बुलावा मिलने के बावजूद आरोपी उपस्थित नहीं हुआ। जब समरजीत व उनके परिवार ने पुनः पुलिस की सहायता लेनी चाही, तब रंजीत पाण्डेय और उसके सहयोगी—अनिल दास, आकांक्षा पाण्डेय और अन्य ने बागबेड़ा क्षेत्र में उनके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। आरोप है कि रंजीत पाण्डेय ने हथौड़ा लेकर हमला करने की कोशिश की और उनके परिवार की महिलाओं से भी दुर्व्यवहार किया गया। उनकी पत्नी को धक्का दिया गया और बहन के गहने भी छीन लिए गए।
समरजीत कुमार ने SSP से आग्रह किया है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि यदि न्याय नहीं मिला तो वे उच्च न्यायालय या मानवाधिकार आयोग की शरण लेंगे।