बंगभाषी समन्वय समिति की भाषा शहीद दिवस व रवीन्द्र – नजरूल जयंती का आयोजन

जमशेदपुर। झारखण्ड बंगभाषी समन्वय समिति के तत्वावधान में भाषा शहीद दिवस एवं कवि गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर एवं कवि काजी नजरूल इस्लाम की जयंती का आयोजन समिति प्रेक्षागृह में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत असम के बराक घाटी में बांग्ला भाषा आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बंगाल क्लब के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता तापश मित्रा उपस्थित थे। समिति के अध्यक्ष विकास मुखर्जी ने पिछले 25 वर्षों में समिति द्वारा किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। स्वागत भाषण संदीप सिन्हा चौधरी द्वारा प्रस्तुत किया गया। इसके उपरांत “कविक” ग्रुप द्वारा कविता, गीत और आलेख्य की प्रस्तुति दी गई, जिसमें रवीन्द्र संगीत और नजरूल गीति शामिल थे। इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 11 गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। सम्मानित व्यक्तियों में शामिल हैं: कवि चन्दन चंदो (साहित्य), डॉ. प्रदीप कुंडू (चिकित्सा), नंदिता सोम (संगीत), हरप्रिया महतो (छउ नृत्य), काजल दास (खेल), मिथिलेश घोष (समाजसेवा एवं सांस्कृतिक संगठन), बलाई पांडा (कानून), अरुण बरुआ (चित्रकला), डॉ. संचिता भुई सेन (शिक्षा), पार्थ चक्रवर्ती (पत्रकारिता) उन्हें अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की सफलता में विकास मुखर्जी, पूरबी घोष, उदय सोम, नेपाल दास, गोबिंद मुखर्जी, अरूप चौधरी, अरुण दासगुप्ता, बनश्री सरकार, सोमा घोष, दीपिका बनर्जी, सुलेखा डे, शुभ्रा दास, सम्पा दास, राजा चक्रवर्ती, दिलीप माहातो, परितोष बोस, दिलीप चटर्जी, मिहीर दास, अरुण विश्वास, धनंजय दास, सौमि बोस, पम्मा गांगुली, सुभाशीष रॉय और संदीप सिन्हा चौधरी ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।