सरना धर्म कोड की मांग को लेकर चाईबासा में आदिवासी नेताओं का जोरदार प्रदर्शन

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा: झारखंड में आदिवासी समाज की धार्मिक पहचान और अस्तित्व को लेकर सरना धर्म कोड की मांग लगातार तेज होती जा रही है। मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जिला समिति के नेतृत्व में अनुमंडल कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय विशाल धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस प्रदर्शन में भू-राजस्व एवं परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा, सांसद जोबा माझी, मनोहरपुर के विधायक जगत माझी, जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सूरेन, जिला अध्यक्ष सोना देवगन, जिला सचिव राहुल आदित्य समेत सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड अध्यक्ष और बड़ी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता शामिल हुए।
धरना को संबोधित करते हुए सांसद जोबा माझी ने कहा कि यह केवल प्रदर्शन नहीं, बल्कि सरकार के लिए एक ललकार है। उन्होंने कहा कि सरना धर्म कोड आदिवासी समाज के अस्तित्व और पहचान की लड़ाई है। मंत्री दीपक बिरुवा ने कहा कि 2011 की जनगणना में आदिवासियों की पहचान को नजरअंदाज किया गया था और अब भी केंद्र सरकार सरना धर्म कोड देने में टालमटोल कर रही है। विधायक जगत माझी ने स्पष्ट किया कि जब तक सरना धर्म कोड नहीं मिलेगा, तब तक झारखंड में जाति जनगणना नहीं होने दी जाएगी।
धरना के बाद प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त कार्यालय जाकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और हर हाल में सरना धर्म कोड लागू करने की मांग दोहराई। नेताओं ने चेतावनी दी कि जरूरत पड़ी तो आंदोलन दिल्ली तक ले जाया जाएगा। आंदोलनकारियों ने कहा कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक आदिवासियों को उनकी धार्मिक पहचान नहीं मिल जाती।