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गृह सचिव ने थानेदार और सीओ को दी चेतावनी,जमीन के झगड़े में किसी की जाती है जान,तो अंचलाधिकारी और थानेदार होंगे निलंबित

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:राजधानी राँची में बढ़ते जमीन विवाद और जमीन के लिए आपराधिक घटनाओं को लेकर झारखण्ड मंत्रालय में राज्य के गृह सचिव ने जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारियों के साथ बैठक की।गृह सचिव ने सभी थानेदारों को सख्त निर्देश दिया कि अपने क्षेत्र में विवादित जमीन पर नजर रखें और उस क्षेत्र के अंचलाधिकारी से समन्वय बनाकर विवाद पर नियंत्रण करने की कवायद तेज करें।गृह सचिव ने बैठक में उपस्थित सभी डीएसपी,थानेदार एवं अंचलाधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर जमीन में फर्जीवाड़े की घटनाएं कम होनी चाहिए।गृह सचिव ने कहा कि अगर किसी इलाके में जमीन से जुड़े फर्जीवाड़े की घटना देखने को मिलती है तो उस क्षेत्र के अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया जाएगा।उन्होंने राँची के एसएसपी और डीसी को भी सख्त आदेश देते हुए कहा कि क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत जमीन माफिया पर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर जमानत पर बाहर निकले जिले के जमीन माफियाओं का जमानत रद्द कर उन्हें फिर से जेल भेजने का काम करें।उन्होंने बैठक में मौजूद सभी थानेदारों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि सप्ताह में एक दिन सभी विवादित जमीनों को चिन्हित कर उससे जुड़े जमीन दलालों का नाम एटीएस से साझा करें, ताकि जमीन दलालों पर नकेल कसी जा सकें।राजधानी में जमीन दलालों की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए गृह सचिव ने शहर के सभी थानेदारों, डीएसपी एवं अंचलाधिकारियों को चेतावनी दिया गयी है।जमीन के कारण होने वाले आपराधिक घटनाओं को किसी भी कीमत पर कम करें नहीं तो संबंधित क्षेत्र के पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
गृह सचिव ने कहा जो हार्डकोर जमीन माफिया हैं।उनके खिलाफ क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई करें।ऐसे लोगों का प्रोफाइल तैयार करें।इनकी सम्पति का ब्योरा भी एकत्र करें।साथ ही सीओ अपने अंचल कार्यालय में और थाना प्रभारी अपने थाना में जमीन माफिया को घुसने नहीं दें।विवादित जमीन के मामले में अंचल कार्यालय व थाना के स्तर पर शीघ्र कार्रवाई हो।बेवजह मामला नहीं लटकाएं।साथ ही किसी के पक्ष में कार्रवाई करने की जगह स्वतंत्र रूप से कार्य करना सुनिश्चित करें।

बैठक में राँची शहर व आसपास के सभी थानेदार,अंचल अधिकारी, सीआई भी उपस्थित थे। इस दौरान डीजीपी अजय कुमार सिंह, आईजी राँची पंकज कंबोज, डीआईजी राँची अनूप बिरथरे,राँची डीसी राहुल सिन्हा, एसएसपी किशोर कौशल ने भी अपने सुझाव दिए ।जानकारी हो कि नगड़ी थाना क्षेत्र के दलादली चौक के नजदीक ही बीते 26 जुलाई की रात सीपीआई कार्यालय में घुसकर आदिवासी नेता सुभाष मुंडा को गोली मार दी गई थी। इसके बाद उग्र भीड़ उत्पात मचाने लगी। इस घटना के बाद से पुलिस-प्रशासन भू-माफिया व जमीन दलालों के विरुद्ध एक्शन में है।

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