अर्वत फाउंडेशन ने जमशेदपुर में गुटखा व तंबाकू उत्पादों पर सरकार से पूर्ण प्रतिबंध की मांग की

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर।गैर-सरकारी संगठन अर्वत फाउंडेशन ने शहर में गुटखा एवं अन्य चबाने वाले तंबाकू उत्पादों की बिक्री, वितरण और खपत पर सरकार से पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है। संस्था ने इस संबंध में उपायुक्त को एक पत्र लिखकर अपना आग्रह प्रस्तुत किया है। पत्र में अर्वत फाउंडेशन ने कहा है कि गुटखा और तंबाकू उत्पादों की बढ़ती खपत युवाओं को प्रभावित कर रही है और जनस्वास्थ्य पर इसका गंभीर असर पड़ रहा है। मुंह के कैंसर के मामलों में तीव्र वृद्धि का प्रमुख कारण गुटखा का सेवन बताया गया है। संस्था कैंसर जागरूकता के क्षेत्र में कार्यरत है और कैंसर से बचे हुए लोगों तथा स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा संचालित है। अर्वत फाउंडेशन ने उपायुक्त से नियमित निरीक्षण, जनजागरूकता अभियान और स्वास्थ्य विभागों एवं नागरिक समाज संगठनों के साथ मिलकर जनसंवेदनशीलता अभियान चलाने का अनुरोध किया है। संस्था ने इस पहल में विद्यालयों, महाविद्यालयों तथा सामुदायिक कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाकर पूरा सहयोग देने की भी बात कही है। पत्र में संस्था के सचिव डॉ. सृष्टि, निदेशक नेहा श्रीवास्तव, निदेशक अश्विनी श्रीवास्तव, बोर्ड सदस्य अशोक कुमार, संदीप सिन्हा और रोहित महतो का नाम भी शामिल किया गया है। अर्वत फाउंडेशन का मुख्य कार्यालय कदमा, जमशेदपुर में स्थित है। संस्था ने जमशेदपुर को एक स्वस्थ और तंबाकू मुक्त शहर बनाने की उम्मीद जताई है।
स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन से आशा की जा रही है कि इस मांग पर गंभीरता से विचार करते हुए जमशेदपुर को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।