कोरोना का नया वेरिएंट एरीस बन कर लौटा,सावधान रहने की आवश्यकता
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली: कोरोना का नया वेरिएंट एरीस हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है। एरिस वैरिएंट को शोधकर्ताओं ने EG 5.1 नाम दिया है, सबसे पहले जुलाई में इसकी पहचान की गई थी।जिसका लक्षण गले में खराश, नाक बहना, बंद नाक, छींक आना, सूखी खांसी, सिरदर्द, कफ वाली खांसी, मांसपेशियों में दर्द और गंध आने की क्षमता का प्रभावित होना। हालांकि सांस लेने में तकलीफ, महक न आना और बुखार अब मुख्य लक्षण नहीं हैं।
कोरोना की तीन लहरें दुनिया अभी तक देख चुकी है, लेकिन कोरोना वायरस का एक नए वेरिएंट सामने आया है। ‘एरिस’ (ERIS) नाम का कोविड का नया वेरिएंट दस्तक दे चुका है। विशेषज्ञ इससे सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं। फिलहाल WHO ने इसे वैरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट की श्रेणी में शामिल किया है। जानकारी मिली है कि बीते अप्रैल से अब तक भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए एरिस वैरिएंट की पहचान हुई है जिसे ईजी.5 नाम से जाना जाता है।
अभी तक एरिस स्ट्रेन के बहुत अधिक साक्ष्य सामने नहीं आए हैं। इसलिए फिलहाल इसे गंभीर स्ट्रेन नहीं माना जा सकता है। यूके में बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस के ‘Eris Variant’ के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एरिस वेरिएंट के फैलते संक्रमण पर चिंता जताई है।
कोविड-19 ने दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ली है और करोड़ों लोग इससे संक्रमित हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना के नए वेरिएंट का पहला केस भारत में मई के महीने में आया था लेकिन इसके ज्यादा मामले अब तक सामने नहीं आए हैं।
कोविड-19 का नया वेरिएंट पिछले सभी वेरिएंट की तुलना में ज्यादा गंभीर और खतरनाक नहीं है। यानी की आपको परेशान नहीं बल्कि थोड़ी सावधानी बरतनें की जरूरत है। बीते सात अगस्त 51 देशों में ईजी.5 के 7354 जीनोम सीक्वेंस सामने आए हैं। फिलहाल कोरोना के इस नए वेरिएंट को ‘चिंताजनक’ नहीं माना जा रहा है। इस वेरिएंट के मुख्य लक्षण ओमीक्रोन के समान हैं।