झामुमो-कांग्रेस सरकार जनता के मुद्दों से भाग रही: भाजपा पश्चिमी सिंहभूम में जन आंदोलन से घबराई गठबंधन सरकार: भाजपा का आरोप

चाईबासा: झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा ने कहा है कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में पार्टी द्वारा चलाए जा रहे जनआंदोलनों से सरकार घबरा गई है। भाजपा के अनुसार, जब वह जनता की बुनियादी समस्याओं जैसे पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेंशन और रोजगार को लेकर आंदोलन करती है, तो सत्ताधारी दल उसे ‘नौटंकी’ कहकर खारिज कर देते हैं। भाजपा ने इस रवैये को जनविरोधी मानसिकता का प्रतीक बताया है।
भाजपा मीडिया प्रभारी ने जारी प्रेस बयान में कहा कि पश्चिमी सिंहभूम जिला कुपोषण, पलायन और अशिक्षा जैसी समस्याओं से सबसे ज्यादा प्रभावित है, जबकि यहां के सांसद, विधायक और अधिकांश पंचायत प्रतिनिधि झामुमो और कांग्रेस से हैं। इसके बावजूद न चाईबासा-टाटा मुख्य मार्ग का जाम समाप्त हो पाया है, न ही विधवा और वृद्धा पेंशन नियमित मिल रही है, और न ही छात्रवृत्ति जैसी आवश्यक योजनाएं समय पर छात्रों को मिल रही हैं।
भाजपा ने आरोप लगाया कि सरकार न तो पेसा कानून लागू कर पाई है और न ही ठोस स्थानीय नियोजन नीति बना सकी है। महिला सुरक्षा, किसान कर्जमाफी और युवाओं को रोजगार देने के नाम पर केवल घोषणाएं हुई हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस काम नहीं हुआ।
भाजपा ने यह भी कहा कि जन आंदोलन करना उसका संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकार है। पार्टी आदिवासियों, पिछड़ों और गरीबों के हक़ की लड़ाई हमेशा से लड़ती रही है और आगे भी यह संघर्ष जारी रहेगा।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भाजपा जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सदन तक उठाने के लिए संकल्पित है। पार्टी का कहना है कि झारखंड की मौजूदा गठबंधन सरकार में न तो नेतृत्व की स्पष्टता है और न ही घटक दलों के बीच कोई सामंजस्य।
अंत में भाजपा ने स्पष्ट किया कि वह पश्चिमी सिंहभूम की जनता के साथ खड़ी है और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ अभियान जारी रखेगी।