निशुल्क पौधा वितरण पर संकट, सरकारी नर्सरी में कीमत बढ़ने से बढ़ी मुश्किलें

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर।पिछले दो दशकों से लगातार निशुल्क पौधा वितरण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाली आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल के सामने अब आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। संगठन के सदस्य सुनील आनंद ने शुक्रवार को बताया कि उनकी संस्था पिछले 20 वर्षों में ढाई लाख से भी ज्यादा पौधे का वितरण कर चुकी है। पौधे वन विभाग की नर्सरी से उचित मूल्य देकर खरीदे जाते थे, जिनकी कीमत पहले ₹5, ₹10 और ₹15 तक हुआ करती थी। संस्था हमेशा पौधे का मूल्य चुकाकर ही वितरण करती रही है। लेकिन हाल ही में सरकारी नर्सरी में पौधों की कीमत बढ़कर ₹30 प्रति पौधा हो जाने से निशुल्क वितरण करना कठिन हो गया है।
सुनील आनंद ने कहा कि पौधों का वितरण मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाता है, जहां आर्थिक संसाधन सीमित होते हैं। ऐसे में संस्था ने सरकार से अपील की है कि पर्यावरण बचाने के इस पुनीत कार्य को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए उन्हें कम से कम कीमत पर पौधे उपलब्ध कराए जाएं।