उत्क्रमित मध्य विद्यालय में हुई अभिभावक-शिक्षक बैठक, बच्चों की नियमित उपस्थिति और संस्कार पर दिया गया जोर

चाईबासा: सदर प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय में विद्यालय प्रबंधन समिति, अभिभावकों और शिक्षकों की एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष दामु बारी ने की, जबकि संचालन प्रधान शिक्षक कृष्णा देवगम ने किया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य बच्चों की नियमित उपस्थिति, अनुशासन और समग्र विकास को सुनिश्चित करना था। प्रधान शिक्षक श्री देवगम ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों की समय पर और नियमित उपस्थिति बेहद जरूरी है, क्योंकि अनियमितता से वे पढ़ाई में पिछड़ जाते हैं। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को विद्यालय और समाज में किसी भी प्रकार के हिंसक व्यवहार से दूर रखें और परिवार में सहानुभूति और समानुभूति का वातावरण बनाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि नशा एक गंभीर सामाजिक बुराई है और इसके दुष्परिणामों के विषय में बच्चों को जागरूक करना आवश्यक है। बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए घर पर सकारात्मक संवाद और संस्कार देना जरूरी है।
भाषा शिक्षक सुशील कुमार सरदार ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उन्हें विद्यालय की प्रत्येक गतिविधि में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभिभावकों और शिक्षकों के सहयोग से ही बच्चों को संस्कारी और गुणवान बनाया जा सकता है।
बैठक में विद्यालय प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष मानी माई मुंदुईया, शिक्षकगण गंगाराम लागुरी, विकास कुमार, रामचंद्र मुंदुईया, डेविड तुबिद, मुन्नी बारी, सिकुर कालुंडिया सहित पचासों महिला एवं पुरुष अभिभावक उपस्थित थे।
बैठक की शुरुआत अभिभावकों के स्वागत से हुई, जहां शिक्षकों और विद्यार्थियों ने कतार में खड़े होकर बैंड-बाजे की धुन पर तालियों की गूंज के साथ उनका अभिनंदन किया। यह दृश्य अत्यंत आत्मीय और प्रेरणादायी रहा।