झींकपानी में ROB निर्माण को लेकर ग्रामीणों में असंतोष जोड़ापोखर और लोकेसाई के ग्रामीणों ने भूमि अधिग्रहण और समाधि स्थल प्रभावित होने पर जताई आपत्ति, स्थल परिवर्तन की मांग उठाई

चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिला के राष्ट्रीय राजमार्ग-75 (पूर्व) यानी NH-20 पर झींकपानी रेलवे स्टेशन के निकट प्रस्तावित रेल ओवर ब्रिज (ROB) के निर्माण को लेकर जोड़ापोखर और लोकेसाई गांव के ग्रामीणों में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। ग्रामीणों ने ROB निर्माण के लिए प्रस्तावित स्थल को लेकर गंभीर आपत्ति जताई है और इसे किसी वैकल्पिक स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग की है।
इस संबंध में ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि प्रस्तावित स्थल पर ग्रामीणों की खेती योग्य जमीन, रिहायशी मकान और समाज के सांस्कृतिक महत्व का समाधि स्थल स्थित है। यदि ROB का निर्माण इस स्थान पर होता है, तो न केवल कई परिवार बेघर हो जाएंगे, बल्कि उनकी आजीविका भी पूरी तरह छिन जाएगी।
ग्रामीणों की मुख्य आपत्तियां इस प्रकार हैं:
1. प्रस्तावित नक्शे में चिन्हित भूमि पर कई ग्रामीणों के घर और खेत मौजूद हैं।
2. प्रभावित क्षेत्र में हो, गोप और धोबी समुदायों के पारंपरिक समाधि स्थल (शमशान) भी स्थित हैं।
रघुनाथ गोष, उमेश गोप समेत दर्जनों रैयतों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन में कहा गया है कि इस गंभीर मुद्दे को पहले भी उपायुक्त, भू-अर्जन पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के समक्ष रखा गया था, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई है।
इस बीच, ग्रामीणों ने डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो से भी इस मामले में मिलकर अपनी समस्या साझा की। विधायक महतो ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि “यह केवल ज़मीन की नहीं, लोगों की आजीविका और सांस्कृतिक अस्मिता से जुड़ा मामला है। मैं इसे विधानसभा में मजबूती से उठाऊंगा।”
ग्रामीणों ने अपने ज्ञापन के साथ ग्रामसभा की छायाप्रति, पूर्व में उपायुक्त और भू-अर्जन पदाधिकारी को सौंपे गए आवेदन की प्रतियां भी संलग्न की हैं, ताकि उनके दावों की सत्यता स्पष्ट हो सके।
ग्रामीणों ने की मांग:
ROB निर्माण के लिए वैकल्पिक भूमि का चयन किया जाए।
प्रभावित परिवारों को बेघर और भूमिहीन होने से बचाया जाए।
समाधि स्थल जैसी सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा सुनिश्चित की जाए।
ग्रामीणों ने आशा व्यक्त की है कि केंद्रीय अध्यक्ष इस जनसमस्या को संज्ञान में लेकर ROB स्थल के संशोधन हेतु संबंधित विभागों से शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।