भोगनाडीह की घटना पर भाजपा आदिवासी जनजातीय मोर्चा का हमला, आदिवासियों पर पुलिसिया दमन की जिम्मेदार झारखंड सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है हेमंत सरकार, भाजपा नहीं रहेगी चुप: तीरथ जमुदा, मोर्चा अध्यक्ष

चाईबासा: भोगनाडीह में हूल दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे आदिवासी ग्रामीणों पर कथित पुलिसिया कार्रवाई को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी के आदिवासी जनजातीय मोर्चा ने झारखंड सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि यह घटना आदिवासी अस्मिता का अपमान और लोकतंत्र की हत्या है।
भाजपा मोर्चा के अध्यक्ष तीरथ जमुदा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि इस झड़प में घायल हुए लोग कोई साधारण भीड़ का हिस्सा नहीं थे, बल्कि उनमें कई शहीद परिवारों के वंशज थे। महिलाओं और बच्चों तक को नहीं बख्शा गया। लेकिन अब तक राज्य सरकार और प्रशासन की ओर से न तो किसी ने हालचाल लिया, न ही कोई संवेदना प्रकट की गई। यह सरकार की संवेदनहीनता और आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।
तीरथ जमुदा ने कहा कि भाजपा जब इस दमन के खिलाफ आवाज उठाती है और शहीदों को श्रद्धांजलि देने का प्रयास करती है, तो झामुमो सरकार घबरा जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पर साजिशकर्ता होने का झूठा ठप्पा लगाया गया, जबकि सच्चाई यह है कि सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए भाजपा को निशाना बना रही है।
उन्होंने कहा 500 किलोमीटर दूर गढ़वा से किसी व्यक्ति को गिरफ्तार कर घटना को आतंकी साजिश बताना हास्यास्पद है। यह सत्ता और पुलिस तंत्र का राजनीतिक दुरुपयोग है। जब सरकार, प्रशासन और पुलिस सब आपके हाथ में हैं, फिर भी यदि प्रदर्शनकारी घायल हो रहे हैं, तो यह स्पष्ट है कि लोकतंत्र अब आपके शासन में सुरक्षित नहीं है।
मोर्चा अध्यक्ष ने बताया कि मंडल मुर्मू के नेतृत्व में हज़ारों की संख्या में पहुंचे ग्रामीण किसी भी रूप में उपद्रवी नहीं थे, बल्कि वे शहीदों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने आए थे। लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस से उनका स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा इस अन्याय पर चुप नहीं बैठेगी। चाहे सड़क पर आंदोलन करना पड़े या सदन में आवाज उठानी पड़े, भाजपा हर मंच पर आदिवासी समाज की रक्षा के लिए संघर्ष करती रहेगी।
विज्ञप्ति के अंत में तीरथ जमुदा ने कहा कि झारखंड की जनता सब देख रही है। अगर राज्य निर्माण के मूल उद्देश्य और आदिवासी-मूलवासी हितों की अनदेखी की जाती रही, तो इसका जवाब जनता आने वाले समय में जरूर देगी।