शबर जनजाति की बच्ची की जान बचाने के लिए सिद्धार्थ जामुदा ने किया आपातकालीन रक्तदान

चाईबासा/चक्रधरपुर: चक्रधरपुर के संत एंजेला अस्पताल में भर्ती शबर जनजाति की एक गंभीर रूप से बीमार बच्ची को जब AB+ रक्त की तत्काल जरूरत पड़ी, तब “डोनेट ब्लड” संस्थान के सदस्य सिद्धार्थ जामुदा ने एक यूनिट रक्तदान कर उसकी जान बचाई।
बच्ची करमेल स्कूल, चक्रधरपुर की छात्रा है। जैसे ही संस्थान के रबिन्द्र गिलुवा को मामले की जानकारी मिली, उन्होंने सिद्धार्थ से संपर्क किया। सिद्धार्थ बिना देर किए अपनी निजी गाड़ी से चाईबासा ब्लड बैंक पहुंचे और रक्तदान किया।
बच्ची को दो यूनिट रक्त की आवश्यकता थी, जिसमें से एक यूनिट तत्काल उपलब्ध हो सका। सिद्धार्थ के इस त्वरित और निःस्वार्थ कार्य के लिए समाज में उनकी सराहना हो रही है। “डोनेट ब्लड” टीम ने उनके स्वस्थ जीवन और बच्ची के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।