*वाराणसी गैंगरेप केस: 14 आरोपियों के खिलाफ 410 पन्नों की चार्जशीट दाखिल, पीएम मोदी ने लिया था संज्ञान*

न्यूज़ लहर संवाददाता
यूपी:वाराणसी के लालपुर पांडेयपुर क्षेत्र की एक युवती के साथ हुए बहुचर्चित गैंगरेप मामले में वाराणसी पुलिस ने शुक्रवार को 410 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है। पुलिस की जांच में 14 आरोपियों को घटना में शामिल पाया गया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। इस मामले का संज्ञान स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वाराणसी दौरे के दौरान अधिकारियों से लिया था, जिसके बाद पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया था।
*घटना का विवरण:*
पीड़िता ने 5 अप्रैल 2024 को पुलिस में तहरीर दी थी कि 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच अलग-अलग स्थानों पर उसके साथ 23 युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 12 नामजद और 11 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जांच के दौरान 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
*SIT की जांच और साक्ष्य:*
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने निष्पक्ष जांच के लिए 17 अप्रैल को डीसीपी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में 8 सदस्यीय SIT का गठन किया। SIT ने एक महीने के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। जांच के दौरान टीम ने पीड़िता के मोबाइल नंबर, इंस्टाग्राम अकाउंट, सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड, इंस्टाग्राम चैट्स, गवाहों के बयान और घटनास्थलों का निरीक्षण किया।
SIT ने पीड़िता के साथ 4 अलग-अलग स्थानों का मुआयना किया और 35 अन्य गवाहों के बयान भी दर्ज किए। पीड़िता की तीन सहेलियों के बयान भी केस का हिस्सा बनाए गए हैं।
*चार्जशीट में नामजद आरोपी:*
चार्जशीट में जिन 14 आरोपियों को नामजद किया गया है, उनमें मो. रजा उर्फ जैब, जाहिद खान, राज विश्वकर्मा, आयुष धूसिया, साजिद, सुहैल शेख, दानिश अली, इमरान अहमद, शब्बीर आलम, सोहेल खान, अनमोल गुप्ता, राज खान, मो. शहबाज और एक नाबालिग शामिल हैं।
*फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की तैयारी:*
डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार ने बताया कि SIT की जांच रिपोर्ट, पीड़िता के बयान, सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और अन्य साक्ष्यों के आधार पर चार्जशीट दाखिल की गई है। पुलिस की कोशिश है कि मुकदमे की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो, जिससे पीड़िता को जल्द न्याय मिल सके। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त सजा दिलाने के लिए प्रभावी पैरवी की तैयारी भी शुरू कर दी है।
इस संवेदनशील मामले में पुलिस और SIT ने त्वरित और सघन जांच कर चार्जशीट दाखिल की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संज्ञान लेने के बाद प्रशासन ने जांच में कोई कोताही नहीं बरती। अब सभी की नजरें कोर्ट की कार्यवाही और पीड़िता को न्याय मिलने पर टिकी हैं।