चाईबासा समाहरणालय की दीवारों पर सजेगा जिले की संस्कृति और विरासत का चित्रण

चाईबासा, पश्चिमी सिंहभूम: जिले की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को जन-जन तक पहुँचाने की दिशा में जिला प्रशासन ने एक सराहनीय पहल की है। जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त चंदन कुमार के निर्देशानुसार, चाईबासा समाहरणालय परिसर की दीवारों का भव्य सुंदरीकरण कार्य प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के तहत परिसर की भीतरी दीवारों पर जिले की गौरवशाली संस्कृति, परंपरा, कला और इतिहास को उकेरने का कार्य तेजी से चल रहा है।
प्रशासन की योजना के अनुसार, दीवारों पर जिले के सभी 18 प्रखंडों का रूट मैप, पारंपरिक लोकनृत्य, वाद्ययंत्रों एवं स्थानीय कलाकृतियों की चित्रकारी की जाएगी। साथ ही, जिले की ऐतिहासिक विरासतों को भी चित्रों और भित्तिचित्रों के माध्यम से दर्शाया जाएगा।
जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि समाहरणालय आने वाला प्रत्येक व्यक्ति इन चित्रों को देखकर जिले के इतिहास, परंपरा एवं सांस्कृतिक धरोहरों से परिचित हो और जिले की सांस्कृतिक पहचान को समझ सके। यह प्रयास जिले की सांस्कृतिक विविधता को एक मंच पर लाकर लोगों में गर्व की भावना उत्पन्न करेगा।
स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील
इस पहल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए जिला प्रशासन ने जिलेवासियों से सहयोग की अपील की है। प्रशासन ने जिले के नागरिकों से आग्रह किया है कि वे पश्चिमी सिंहभूम की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों से जुड़ी उच्च गुणवत्ता की तस्वीरें और सुझाव साझा करें, ताकि उनका उपयोग दीवारों पर की जा रही कलाकृतियों में किया जा सके। इच्छुक नागरिक अपने सुझाव और फोटोग्राफ्स ईमेल के माध्यम से prdchaibasa@gmail.com पर भेज सकते हैं।
जिला प्रशासन को उम्मीद है कि इस पहल में जनसहभागिता से न सिर्फ स्थानीय कला और संस्कृति को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए यह एक प्रेरणादायी दृष्टांत भी बनेगा।