जिले में अल्ट्रासाउंड सेवाओं को मिलेगा बढ़ावा, गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में आज जिला स्तरीय सलाहकार समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त-सह-समुचित पदाधिकारी पीसी-पीएनडीटी चंदन कुमार ने की। इस बैठक में सहायक समाहर्ता सिद्धांत कुमार, सिविल सर्जन डॉ. सुशांतों माझी, तीनों अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।
बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई कि जिले में वर्तमान में कुल 20 अल्ट्रासाउंड केंद्र पंजीकृत हैं, जिनमें से 13 सक्रिय रूप से संचालित हो रहे हैं। राज्य सरकार के निर्देशों के तहत पांच अल्ट्रासाउंड केंद्रों के साथ एमओयू (समझौता ज्ञापन) किया गया है, जिसके अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को कम से कम एक बार अल्ट्रासाउंड की सुविधा निःशुल्क प्रदान की जाएगी।
उपायुक्त चंदन कुमार ने निर्देश दिया कि सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों का डीआईएमसी चेकलिस्ट के आधार पर नियमित निरीक्षण किया जाए और आगामी बैठक में उसका प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए। साथ ही, सभी केंद्रों से ऑनलाइन फॉर्म-एफ अनिवार्य रूप से जमा कराने के लिए संचालकों को निर्देशित किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की मार्गदर्शिका के अनुरूप सभी निजी संस्थानों के साथ एमओयू कर गर्भवती महिलाओं को मुफ्त अल्ट्रासाउंड सुविधा प्रदान की जाए, जिसका भुगतान संबंधित विभाग द्वारा किया जाएगा।
बैठक में आकांशा सृष्टि (चक्रधरपुर) द्वारा मशीन नवीनीकरण के लिए दिए गए आवेदन, तथा ओम स्कैनिंग सेंटर एवं हेल्थ मैप (थाना रोड) द्वारा पुराने उपकरणों के स्थान पर नई मशीनों की स्थापना के प्रस्तावों पर गहन विचार किया गया और उचित निर्देश जारी किए गए।
इसके अलावा, भ्रूण हत्या के विरुद्ध जनजागरूकता अभियान को और प्रभावी बनाने तथा जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) के माध्यम से अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगन्नाथपुर एवं मनोहरपुर में उपलब्ध अल्ट्रासाउंड मशीनों के बेहतर उपयोग के निर्देश भी दिए गए। इन तीनों स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को तत्काल सुदृढ़ करने पर जोर दिया गया।