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तुलिन गांव में मूसलधार बारिश से तीन घर ढहे, डायरिया से कई बीमार; ग्रामीण दहशत में

न्यूज़ लहर संवाददाता
चांडिल। सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल प्रखंड अंतर्गत दलमा पहाड़ी की तराई स्थित तुलिन गांव में मूसलधार बारिश ने सोमवार को भारी तबाही मचाई। बारिश के कारण गांव के तीन कच्चे मकान ढह गए, जिससे तीन परिवार बेघर हो गए हैं। दूसरी ओर, गांव में डायरिया का प्रकोप फैलने से 15 से 17 लोग बीमार पड़े हुए हैं। एक साथ प्राकृतिक आपदा और बीमारी की मार से ग्रामीणों का जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव के बुद्धेश्वर सिंह, चैतन सिंह और सोनू सिंह के मिट्टी से बने घर सोमवार की दोपहर से शाम के बीच तेज बारिश में भरभरा कर गिर पड़े। गनीमत रही कि घटना के समय घरों में कोई मौजूद नहीं था, जिससे जान का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन मकान पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गए हैं। पीड़ित परिवार अब पड़ोसियों के घरों या रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैं। बारिश के बाद लगातार हो रहे सीलन और मिट्टी धंसने से गांव के अन्य कच्चे मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है।

घटना की सूचना मिलते ही गांव की मुखिया करुणा सिंह मौके पर पहुंचीं। उन्होंने पीड़ित परिवारों को यथासंभव सहायता का भरोसा दिलाते हुए कहा कि प्रशासन से तत्काल मुआवजा और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान उपलब्ध कराने की अनुशंसा की जाएगी।

वहीं, गांव में डायरिया फैलने से लोगों में भय का माहौल है। बीते चार दिनों से बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं पेट दर्द, उल्टी और दस्त से पीड़ित हैं। बीमारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पानी का एकमात्र स्रोत उथला चापाकल है, जिसमें बारिश के पानी के साथ गंदगी घुलने के कारण बीमारी फैलने की आशंका है।

ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से अविलंब गांव में मेडिकल टीम भेजने, साफ पानी की व्यवस्था करने और पूरे गांव का स्वास्थ्य परीक्षण कराने की मांग की है। यदि समय रहते इलाज और स्वच्छता की व्यवस्था नहीं हुई, तो बीमारी का प्रकोप और बढ़ सकता है।

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