पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां की सीमावर्ती पहाड़ियों से 14 आईईडी और भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
चाईबासा।झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम ने पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा और सरायकेला-खरसावां जिले के सीमावर्ती जंगली एवं पहाड़ी क्षेत्रों में रविवार को चलाए गए विशेष सर्च अभियान के दौरान नक्सलियों द्वारा छुपाकर रखे गए 14 आईईडी, देशी हैंड ग्रेनेड, अमोनियम नाइट्रेट पाउडर, पटाखा पाउडर और स्टील कंटेनर बरामद किए हैं। बरामद आईईडी का वजन लगभग 2-2 किलोग्राम बताया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत, रापा मुंडा एवं अन्य नक्सली अपने दस्ते के साथ सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। इसके लिए उन्होंने टोकलो थाना क्षेत्र (पश्चिमी सिंहभूम) और कुचाई थाना क्षेत्र (सरायकेला-खरसावां) की सीमावर्ती पहाड़ियों में विस्फोटक छुपा रखे थे ताकि सुरक्षा बलों के अभियान को बाधित किया जा सके और उन्हें निशाना बनाकर नुकसान पहुँचाया जा सके।
पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक को 18 जुलाई 2025 को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर 19 जुलाई 2025 को चाईबासा पुलिस, सरायकेला-खरसावां पुलिस, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ 60 बटालियन की संयुक्त टीम ने सघन तलाशी अभियान शुरू किया। अभियान के दौरान 20 जुलाई 2025 को उक्त विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। सुरक्षा की दृष्टि से सभी आईईडी और अन्य विस्फोटकों को बम निरोधक दस्ते की मदद से मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।
पुलिस ने बताया कि नक्सलियों की विध्वंसक गतिविधियों को विफल करने और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे। बरामदगी से यह स्पष्ट होता है कि नक्सली संगठन सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के इरादे से फिर सक्रिय हो रहे थे, लेकिन समय रहते उनकी साजिश को नाकाम कर दिया गया। इस मामले में आगे की जांच और कार्रवाई जारी है।