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दिव्यांग बच्चों की सहायता हेतु डीएलएसए चाईबासा का विशेष अभियान संपन्न* 

 

 

चाईबासा: झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) के निर्देश पर और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) चाईबासा के अध्यक्ष मौहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में 6 जुलाई से प्रारंभ हुआ 15 दिवसीय विशेष अभियान शनिवार को सम्पन्न हो गया।

 

इस अभियान का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों की पहचान कर उन्हें प्रमाण पत्र और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना था। अभियान के समापन समारोह में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मौहम्मद शाकिर एवं सिविल सर्जन डॉ. सुशांत मांझी ने संयुक्त रूप से चयनित बच्चों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र और व्हीलचेयर प्रदान की।

 

डीएलएसए के सचिव रवि चौधरी ने जानकारी दी कि इस विशेष अभियान के तहत सदर अस्पताल चाईबासा, चक्रधरपुर और जगन्नाथपुर के अनुमंडल अस्पतालों में लगातार शिविर आयोजित किए गए, जिसमें 130 बच्चों की जांच कर उन्हें चिन्हित किया गया। इस दौरान आशा किरण केंद्र की बालिकाओं की भी स्वास्थ्य जांच कर प्रमाण पत्र की प्रक्रिया पूरी की गई।

 

समारोह में जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय संतोष आनंद प्रसाद, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अक्षत श्रीवास्तव, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सुप्रिया रानी तिग्गा एवं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. शिवचरण हांसदा भी मौजूद रहे।

 

इस अभियान में पारा लीगल वॉलंटियर्स (पीएलवी) की अहम भूमिका रही। उन्होंने गांव-गांव जाकर दिव्यांग बच्चों की पहचान की और प्रमाण पत्र निर्माण की प्रक्रिया में सहयोग किया।

 

रवि चौधरी ने बताया कि यह अभियान सिर्फ प्रमाण पत्र देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को शिक्षा, पेंशन, स्वास्थ्य सेवाओं और आवश्यक उपकरणों से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। डीएलएसए भविष्य में भी ऐसे बच्चों के पुनर्वास और कल्याण हेतु लगातार प्रयास करता रहेगा।

 

इस मौके पर डीएलएसए से जुड़े सहायककर्मी और सभी अधिकार मित्र भी उपस्थित थे।

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