इप्टा चाईबासा ने मनाई प्रेमचंद जयंती, समाज सुधारक विचारों को किया याद*

चाईबासा: भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) चाईबासा इकाई द्वारा प्रेमचंद जयंती पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन गांधी टोला में किया गया। इस अवसर पर इप्टा के रंगकर्मियों ने कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में बोलते हुए इप्टा चाईबासा के संस्थापक तरुण मुहम्मद ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद भारतीय साहित्य के ऐसे रचनाकार हैं, जिन्होंने अपनी कहानियों और उपन्यासों के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों, असमानता और शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाई। वे आज भी जनचेतना के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और उनके विचार आज के समय में और भी प्रासंगिक हैं।
इस अवसर पर इप्टा के अध्यक्ष कैसर परवेज़ समेत कई रंगकर्मी उपस्थित थे, जिन्होंने प्रेमचंद की साहित्यिक विरासत पर अपने विचार साझा किए और उनके सामाजिक सरोकारों को आज के रंगमंच और साहित्य में बनाए रखने की बात कही।
कार्यक्रम में राज किशोर साहू, शीतल सुगंधिनी बागे, राजू प्रजापति, शिव शंकर राम, विक्रम राम, सीता पूर्ति और सुशीला पूर्ति समेत बड़ी संख्या में रंगकर्मी शामिल हुए।
इप्टा चाईबासा की यह पहल प्रेमचंद की साहित्यिक विरासत को जन-जन तक पहुंचाने और उनकी समाजवादी सोच को जीवित रखने का एक रचनात्मक प्रयास रहा।