हो भाषा के शिक्षक चयन हेतु ‘तुर्तुङ प्रोजेक्ट’ के तहत शिक्षक पात्रता परीक्षा का सफल आयोजन

चाईबासा: आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा, केन्द्रीय समति चाईबासा एवं टाटा स्टील फाउंडेशन, जमशेदपुर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार, 3 अगस्त 2025 को ‘तुर्तुङ प्रोजेक्ट होह् भाषा वारोङ चिति शिक्षक-शिक्षिका पात्रता परीक्षा’ का सफल आयोजन किया गया। यह परीक्षा हो भाषा में दक्ष शिक्षक-शिक्षिकाओं के चयन के लिए आयोजित की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य जनजातीय मातृभाषा शिक्षा को बढ़ावा देना है।
परीक्षा का संचालन एक साथ तीन अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर किया गया प्राथमिक विद्यालय गुटुसाई (चाईबासा), सिस्टर निवेदिता महिला महाविद्यालय (चक्रधरपुर), और उत्क्रमित मध्य विद्यालय (जगन्नाथपुर)। इन केंद्रों पर कुल 175 अभ्यर्थियों ने भाग लिया।
परीक्षा संचालन एवं निगरानी की जिम्मेदारी मुख्य पर्यवेक्षक श्री कृष्ण चंद्र बोदरा और परीक्षा नियंत्रक श्री नरेश देवगम द्वारा निभाई गई। आयोजन को सफल बनाने में कई पर्यवेक्षकों और सहयोगियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
गणेश पाट पिंगुवा, तिरिल तिरिया, कृष्ण सामड, पातोर जोंको, रोशन हेम्ब्रोम, माथुरा गागराई, बागुन सोय, सनातन सिद्धू, तीरथ जमुदा, मोरन सिंह तमसोय, दोराई हांसदा, सुराज सोय, जोटो सुरिन, लक्ष्मण सामड, हरिश तमसोय, करमसिंह बान्डरा, मनीष अल्डा, सिंगा पुरती, सुजीत कालुन्डिया, रमान्ती बोयपाई, सुदर्शन लागुरी, कमल किशोर बोबोंगा, अर्जुन सिंकु, दिनेश सिंकु, लखन सिंकु जैसे शिक्षकों और समाजसेवियों ने परीक्षा की प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई।
महासभा की ओर से जारी वक्तव्य में सभी परीक्षा केंद्र प्रभारियों, निरीक्षकों, तकनीकी सहायकों एवं प्रतिभागियों को उनके अनुशासन और सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया गया है। यह आयोजन हो भाषा की मान्यता, प्रचार-प्रसार एवं मातृभाषा आधारित शिक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर माना जा रहा है।