National

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

 

नई दिल्ली।जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का आज दिल्ली में निधन हो गया। उन्होंने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन तथा किडनी फेल होने की जटिलताओं के कारण आईसीयू में भर्ती थे। आज दोपहर अस्पताल प्रशासन ने उनके निधन की पुष्टि की। उनके निधन से देशभर के राजनीतिक और सामाजिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।

सत्यपाल मलिक अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे। उनके कार्यकाल के दौरान ही 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया था, जिससे जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा समाप्त हो गया। उसी दौरान राज्य को विभाजित कर दो केंद्र शासित प्रदेश—जम्मू-कश्मीर और लद्दाख—बनाया गया।

इसके अलावा, मलिक ने बिहार और मेघालय के राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थीं। वे कई बार अपने बेबाक बयानों के कारण चर्चा में रहे। 2019 के पुलवामा हमले में सुरक्षा चूक और कीरू जलविद्युत परियोजना में कथित भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर उन्होंने खुलकर सवाल उठाए, जिससे वे सत्ता पक्ष की आलोचना का केंद्र भी बने। बाद में वे भारतीय जनता पार्टी के मुखर आलोचक बनकर उभरे।

सत्यपाल मलिक का राजनीतिक जीवन विविध अनुभवों से भरा रहा। उनके निधन को एक युग की समाप्ति के रूप में देखा जा रहा है, खासकर उस दौर का जब जम्मू-कश्मीर के इतिहास में सबसे बड़ा संवैधानिक परिवर्तन हुआ था।

Related Posts