चाईबासा में मच्छरों का कहर, अस्पतालों में नहीं मिल रही इलाज की जगह: सुनील प्रसाद साव

चाईबासा: लगातार हुई बारिश ने चाईबासा शहर और आसपास के इलाकों की हालत बिगाड़ दी है। जलजमाव, गंदगी और सफाई व्यवस्था की लचर स्थिति के कारण मच्छरों और कीड़े-मकोड़ों का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस पर चिंता जाहिर करते हुए अमला टोला सार्वजनिन काली पूजा समिति के अध्यक्ष एवं जिला वैश्य मोर्चा के अध्यक्ष, समाजसेवी सुनील प्रसाद साव ने नगर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर श्री साव ने कहा कि बीते कुछ दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण गंदा पानी जगह-जगह जमा हो गया है। नालियों की सफाई नहीं होने से मच्छरों के पनपने की स्थिति बन गई है। इससे मलेरिया, डेंगू और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में बुखार, शरीर दर्द और अन्य लक्षणों के साथ मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ रही है, लेकिन इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से मरीजों को काफी कठिनाई हो रही है।
श्री साव ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नगर परिषद और जिला स्वास्थ्य विभाग इस गंभीर स्थिति के बावजूद पूरी तरह से उदासीन बने हुए हैं। ना तो एंटी लार्वा दवा का छिड़काव हो रहा है और ना ही फॉगिंग मशीन से मच्छर भगाने की कार्रवाई की जा रही है। यह प्रशासनिक लापरवाही आमजन की सेहत से खिलवाड़ है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही नगर परिषद और स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर में व्यापक स्तर पर सफाई, छिड़काव और फॉगिंग जैसी आवश्यक कार्रवाई शुरू नहीं की जाती, तो वे जनहित में आंदोलन की राह पर उतरने को बाध्य होंगे।
श्री साव ने जिला प्रशासन से मांग की है कि विशेष अभियान चलाकर जलजमाव की समस्या को दूर किया जाए और सभी वार्डों में नियमित रूप से कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जाए, ताकि लोगों को इस भयावह स्थिति से राहत मिल सके।
शहरवासियों ने भी प्रशासन से जल्द कदम उठाने की मांग की है, ताकि मच्छरों और बीमारियों से लोगों को राहत मिल सके।