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दिशोम गुरु शिबू सोरेन को झारखंड गैर सरकारी विद्यालय संघ ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

 

जमशेदपुर: झारखंड राज्य के जनक एवं झारखंड आंदोलन के महानायक दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु झारखंड गैर सरकारी विद्यालय संघ के तत्वावधान में मानगो स्थित एस.बी.एम. हिंदी हाई स्कूल में एक शोकसभा का आयोजन किया गया।

सभा में भारी संख्या में शिक्षकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और संघ के पदाधिकारियों ने भाग लेकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। शोकसभा का वातावरण बेहद भावुक था, जहाँ झारखंड के इस पुरोधा नेता के योगदानों को याद करते हुए उपस्थित सभी की आंखें नम हो गईं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद ताहिर हुसैन ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन जब तक जीवित रहे, तब तक वे झारखंड राज्य के निर्माण और उत्थान के लिए सतत संघर्ष करते रहे। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन का जीवन आदिवासी, गरीब और पिछड़े वर्गों की आवाज़ था, और वे उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा मुखर रहे।

संघ के उपाध्यक्ष मिथिलेश प्रसाद श्रीवास्तव ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मानव जीवन को शिबू सोरेन जी जैसा होना चाहिए। उन्होंने अपने पूरे जीवन को झारखंड के हित में समर्पित कर दिया। उनका जीवन प्रेरणा है, और उनके विचार आने वाली पीढ़ियों को मार्गदर्शन देते रहेंगे।

महासचिव शिव प्रकाश शर्मा ने कहा कि दिशोम गुरु का संघर्ष शब्दों में व्यक्त करना संभव नहीं है। उन्होंने संसाधनों के अभाव में भी झारखंड आंदोलन को एक मजबूत रूप दिया और अलग राज्य निर्माण के अपने सपने को साकार किया।

शोकसभा में संघ के अन्य पदाधिकारी – उदय शंकर पाठक, डी.के. ठाकुर, कन्हैयालाल, समी अहमद सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।

इस अवसर पर दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत नेता की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। सभा का समापन शिबू सोरेन अमर रहें, झारखंड जिंदाबाद के नारों के साथ हुआ।

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