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गोइलकेरा में गरिमापूर्ण ढंग से मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस

 

गोइलकेरा: विश्व आदिवासी दिवस 2025 का आयोजन गोइलकेरा में सादगी, गरिमा और गंभीरता के साथ किया गया। यह आयोजन झारखंड राज्य के संस्थापक एवं दिशोम गुरु स्व. शिबू सोरेन को समर्पित रहा, जिनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया।

कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुई। मुख्य अतिथि के रूप में बुधलाल कुड़ु (सेवानिवृत्त, पीएचडी विभाग, एसई दिल्ली) ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। वक्ताओं ने आदिवासी समाज के संवैधानिक अधिकारों, संस्कृति की रक्षा और सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने पर जोर दिया।

इस अवसर पर एक विशेष फैशन शो का आयोजन किया गया, जिसमें आदिवासी संस्कृति और कृषि-थीम की अनूठी झलक देखने को मिली। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मण पुरती और दीपिका लकड़ा ने किया।

कार्यक्रम में प्रखंड गोइलकेरा के मैट्रिक और इंटर के मेधावी विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे उन्हें आगे और बेहतर करने की प्रेरणा मिले।

इस आयोजन में हो, मुंडा, भूमिज, उरांव, गोंड समेत कई आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। गोइलकेरा के अलावा चक्रधरपुर, सोनुवा, गुदड़ी और मनोहरपुर से भी सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी पहुंचे।

विशेष अतिथियों और वक्ताओं में
डॉ. मनोज कुमार कोड़ाह, डॉ. दिनेश चंद्र बोयपाई, मधुसूदन हेस्सा, मनसुख गोप (विधायक प्रतिनिधि), गुरुचरण नायक (पूर्व विधायक), पातोर जोंको (अध्यक्ष, हो महासभा गोइलकेरा), मंगलमय नायक (गोंड समाज जिला अध्यक्ष), माथुरा गागराई, जोटो सुरिन, लक्ष्मण सामड, नीमा लुगुन, मोतीलाल नायक (पूर्व जिला अध्यक्ष), मलकेंद्र अंगरिया, युधिष्ठिर अंगरिया, सोनाराम कोड़ाह, बिनिता पुरती सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

 

कार्यक्रम का समापन सामूहिक संकल्प के साथ हुआ कि आदिवासी समाज अपनी संस्कृति, अधिकार और एकता को हमेशा बनाए रखेगा।

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