रामदास सोरेन जी का निधन राज्य के लिए अपूरणीय क्षति : त्रिशानु रॉय*

चाईबासा : झारखंड राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के आकस्मिक निधन से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है । उनके निधन की खबर मिलते ही राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक जगत से जुड़े तमाम लोगों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। लोग उन्हें एक संवेदनशील जनप्रतिनिधि, सरल स्वभाव के नेता और शिक्षा के प्रति समर्पित समाजसेवी के रूप में याद कर रहे है ।
प०सिंहभूम जिला के कांग्रेस प्रवक्ता त्रिशानु रॉय ने भी गहरा शोक प्रकट किया उन्होंने कहा कि मंत्री रामदास सोरेन ने शिक्षा विभाग में उन्होंने जो कार्य किए, वे सराहनीय है। वे हमेशा मिलनसार, मृदुभाषी और सबको साथ लेकर चलने वाले नेता थे , उनका व्यक्तित्व सहज और सादगीपूर्ण था, जो हर किसी को प्रभावित करता था। उन्होंने आगे कहा कि रामदास सोरेन जी का निधन राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है । प्रदेश ने एक ईमानदार राजनेता और सच्चे समाजसेवी को खो दिया है । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को इस दुख की घड़ी में संबल दें ।
त्रिशानु रॉय ने आगे कहा कि रामदास सोरेन ने अपने राजनीतिक जीवन के दौरान शिक्षा और समाजसेवा को हमेशा प्राथमिकता दी । शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने विशेषकर सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में शैक्षणिक ढांचे को सुदृढ़ करने पर विशेष ध्यान दिया । उनका मानना था कि बिना शिक्षा के समाज का विकास अधूरा है , इसी सोच के कारण वे लगातार विद्यालयों की स्थिति सुधारने और विद्यार्थियों के हित में योजनाएं लाने का प्रयास करते रहे । मंत्री के निधन से न केवल राजनीतिक क्षेत्र, बल्कि शैक्षणिक जगत में भी शोक की गहरी छाया है। लोग उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में याद कर रहे है, जिन्होंने हमेशा समाज के वंचित वर्गों और शिक्षा से वंचित बच्चों के हित में आवाज उठाई। लोग मंत्री रामदास सोरेन के योगदान और उनकी सरलता को सदैव याद करेंगे ।