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कोडरमा घाटी में एक दिन में दो सड़क हादसे

 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

कोडरमा। कोडरमा घाटी में सोमवार को दो सड़क हादसे हुए। दो ट्रकों की भिड़ंत में तीन लोग घायल हो गए वहीं बस भी दुर्घटनाग्रस्त हुई, जिसमें कई यात्री बच गए। घाटी में सड़क की स्थिति खराब हो गयी है और हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।

दो ट्रकों की भिड़ंत, तीन लोग घायल

 

रांची-पटना मुख्य मार्ग पर नौवां माइल घाटी के पास दो ट्रकों की आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कोलकाता से बिहार जा रहा चावल लदा ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर पलट गया। वहीं, बिहार से आ रहा ईंट लदा ट्रक नियंत्रण खो बैठा और पीछे से आ रहे एक ट्रैक्टर में जा भिड़ा। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक का अगला हिस्सा पूरी तरह से पिचक गया और चालक-खलासी उसमें फंस गए। स्थानीय लोगों ने काफी मशक्कत कर दोनों को बाहर निकाला। इस दुर्घटना में चावल ट्रक का चालक अख्तर शेख और उपचालक छट्टू यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, ईंट लदे ट्रक का चालक अरुण मेहता भी चोटिल हो गया। सभी घायलों को एंबुलेंस और स्थानीय लोगों की मदद से कोडरमा सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

दुर्घटना के बाद सड़क पर अफरातफरी मच गई। पलटे हुए ट्रक से चावल की बोरियां सड़क पर बिखर गईं और ईंट लदा ट्रक व ट्रैक्टर सड़क के बीचोंबीच फंस गए। इससे घाटी क्षेत्र में दोनों ओर लंबा जाम लग गया। भारी वाहनों के फंसने से छोटे वाहनों और बसों की कतार कई किलोमीटर तक बढ़ गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन मंगवाकर क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से किनारे हटाया। पुलिसकर्मियों ने ट्रैफिक व्यवस्था संभाली और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से निकालने की कोशिश की।

 

बस दुर्घटनाग्रस्त, यात्री बचे

 

कोडरमा घाटी के बंदरचुआं के समीप सोमवार की सुबह यात्री बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दौरान उसमें बैठे यात्री बाल-बाल बच गए। जानकारी के अनुसार श्री लक्ष्मी नामक एक यात्री बस (डब्लू बी 79 ए 8266) कोलकाता से नवादा होते बिहार शरीफ जा रही थी। इसी दौरान कोडरमा घाटी में किसी अज्ञात वाहन से उसकी टक्कर हो गई। इससे बस का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत रही कि बस चालक व बस में बैठे यात्रियों को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ। घटना की सूचना मिलते ही कोडरमा पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जाम से बचाने के लिए बस को सड़क किनारे लगवाया।

इधर बस के दुर्घटनाग्रस्त होने के पश्चात बस में बैठे यात्री दूसरे वाहन से अपने-अपने गंतव्य स्थान तक चले गए। कोलकाता से बिहार जाने वाली अधिकतर बसों की छत पर सामान से भरा रहता है, जिसके कारण हमेशा घाटी में दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।

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