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शासन की अव्यवस्था पर विधानसभा में जोरदार मुद्दा उठाएंगे सरयू राय

 

 

जमशेदपुर। जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने राज्य सरकार की प्रशासनिक अव्यवस्था पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में शासन की मशीनरी चरमराई हुई है और इसकी वजह से न तो योजनाएं समय पर पूरी होती हैं और न ही जनता को अपेक्षित सुविधा मिल पाती है। श्री राय ने स्पष्ट किया कि आगामी विधानसभा सत्र में वह इस मुद्दे को पूरे जोर-शोर से उठाएंगे ताकि सरकार को स्थिति सुधारने पर मजबूर होना पड़े।

 

विधायक राय ने कहा कि उन्होंने बिहार, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में अनुभव किया है कि वहां का प्रशासन चुस्त-दुरुस्त होकर निर्धारित समयसीमा में कार्य पूरे करवाता है। इसके मुकाबले झारखंड में चाहे बड़ी परियोजनाएं हों या जिला-स्तरीय योजनाएं, वे वर्षों लंबित रह जाती हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हर वर्ष बजट और अनुपूरक बजटों में अरबों रुपये खर्च होने के बाद भी ठोस परिणाम सामने नहीं आएंगे।

 

जमशेदपुर की स्थिति का उल्लेख करते हुए राय ने कहा कि यहां की नगरपालिकाएं योजनाओं पर कुंडली मारकर बैठी रहती हैं। मोहल्लों की सफाई, पेयजल आपूर्ति, विधायक निधि या जिला योजना से तय कार्य—हर स्तर पर लापरवाही झलकती है। टाटा स्टील के शहरी निकाय और सरकारी निकायों के बीच भी तालमेल नहीं है, जिससे समस्याएं और उलझ जाती हैं।

 

उन्होंने पुलिस विभाग पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि थाना स्तर पर अराजकता फैली हुई है। कई थानेदार पहले से तय की गई अवैध वसूली की सीमा से कई गुना अधिक वसूली करने लगे हैं। ऐसे हालात में सामान्य शिकायतों का भी निपटारा वरीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बिना संभव नहीं रह गया है।

 

राय ने कहा कि यदि यही हालात जारी रहे तो राज्य के विकास की राह और कठिन होती जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री, जिला उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक से आग्रह किया कि वे कठोर कदम उठाकर शासन को सक्षम, गतिशील और जवाबदेह बनाएं ताकि योजनाओं का लाभ जनता तक सही ढंग से पहुंच सके और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण लगाया जा सके।

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