चतरा जिले में मूसलाधार बारिश से जनजीवन हुआ अस्त व्यस्त नदियों का बढा जलस्तर जिले के कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात कई मकान हुए जलमग्न कई हुए धराशाई

चतरा : जिले में दो दिनों से लगातार हो रही वर्षा से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण जिले के विभिन्न प्रखंडों में बहने वाली नदियां अपने पूरे उफान पर हैं। जिले के टंडवा, सिमरिया, पत्थलगड़ा गिद्धौर, लावालौंग, हंटरगंज, इटखोरी, कान्हाचट्टी मयूरहंड समेत चतरा जिला के कई क्षेत्र हुए जलमग्न। जिले की लगभग सभी नदियां उफान पर हैं। दर्जनों गांवों का प्रखंड मुख्यालय और थाना से संपर्क कटा हुआ है। कान्हाचट्टी प्रखंड के दो प्रमुख गहरी नदी के पुल से ऊपर पहुंचा बाढ़ का पानी कई पशुओं के भी बहने की खबर है इटखोरी प्रखंड के पितिज गांव में बाढ़ का पानी कई घरों में घुस गया लोग सुरक्षित स्थानों की ओर शरण लेने के लिए घरों से निकलकर भागने लगे। इटखोरी प्रखंड मुख्यालय में नगवा पुल का पानी आसपास के घरों में घुस गया। यहां एक घर के ध्वस्त होने की भी खबर है। पत्थलगड़ा प्रखंड में भी एक प्रसिद्ध मंदिर के जलमग्न होने की खबर है। जिले में प्रवाहित होने वाली लगभग सभी नदियां उफान पर हैं।
गिद्धौर प्रखंड मुख्यालय के जलमग्न होने की खबर आ रही है साथ ही गिद्धौर आवासीय बालिका विद्यालय भी जलमग्न हुआ। इसकी सूचना मिलने पर जिला उपायुक्त कीर्ति श्रीजी ने बारिश के बीच कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का दौरा कर दिए कई आवश्यक निर्देश। वर्षा की भयावहता को देखते हुए से बच्चों को विद्यालयों से सुरक्षित पहुंचाया जा रहा वापस घर। अभी भी लगातार हो रही है बारिश नदियों के जलस्तर में हो रही लगातार बढ़ोतरी। प्रखंड के मड़गदा गांव के अंबातरी का बाढ़ में फंसने की खबर, लगातार जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों के लिए सुरक्षित निकलना चुनौती बना हुआ है। जिला से एनडीआरफ टीम को राहत और बचाव के लिए बुलाया जा रहा है। नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नदी के किनारो से सटे घरों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील लगातार की जा रही है। लगातार मूसलाधार बारिश से बढ़ रहे जलस्तर को ध्यान में रखते हुए प्रशासन के द्वारा लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है साथ ही प्रशासन द्वारा अपील की गई है की लोग नदियों और अन्य जल स्रोतों के आसपास ना जाएं।