श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के छह दिन बाद यह परंपरा कान्हा जी की छठी धूमधाम से मनाया गया श्रीकृष्ण जी का छठी में श्रंगार कर महिलाओं ने संगीत नृत्य किया

लोहरदगा: गुरूवार को लोहरदगा बरवा टोली अग्रेशन पथ स्थित सुरेश प्रसाद अग्रवाल की बहु राखी अग्रवाल भवन के घर प्रांगण में
जन्माष्टमी के छह दिन बाद मनाई जाने वाली कान्हा जी की छठी का विशेष महत्व है. इस दिन बाल गोपाल का स्नान कर उन्हें नए वस्त्र पहनाए जाते हैं और प्रिय भोग अर्पित किया जाता है. भक्त श्रद्धापूर्वक पूजा करके श्रीकृष्ण से आशीर्वाद की कामना करते हैं. महिलाएं इस जन्म उत्सव में राधा कृष्ण बाल गोपाल और सुहाग सामग्री श्रृंगार करके गीत संगीत प्रस्तुत डांस किया गया। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के छह दिन बाद यह परंपरा अनुसार धूमधाम से मनायी गयी है. जैसे घरों में शिशु जन्म के छठे दिन ‘छठी’ का आयोजन होता है, वैसे ही भगवान श्रीकृष्ण की छठी भी उल्लासपूर्वक मनाई जाती है. इसे लड्डू गोपाल की छठी भी कहा जाता है. इस दिन मंदिरों और घरों में विशेष पूजा, भोग और उत्सव का आयोजन किया जाता है|