खराब सड़क को लेकर ग्रामीणों का अनोखा विरोध, धान रोपकर जताया आक्रोश

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के मंझारी प्रखंड अंतर्गत मेरोमहोनर पंचायत के पताहातु गांव में वर्षों से जर्जर पड़ी सड़क की मरम्मत नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने शुक्रवार को सड़क पर धान रोपकर विरोध दर्ज कराया। यह विरोध प्रदर्शन जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल के नेतृत्व में किया गया।
कुछ दिन पूर्व माधव चंद्र कुंकल का पैर टूट गया था, लेकिन गांव की खराब सड़क के कारण एंबुलेंस समय पर गांव तक नहीं पहुंच सकी। मजबूरी में उन्हें खटिया पर लादकर करीब आधा किलोमीटर दूर एंबुलेंस तक ले जाया गया। इस घटना के बाद ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
श्री कुंकल ने कहा कि पताहातु गांव झारखंड का ही हिस्सा है, लेकिन आजादी के 79 वर्षों बाद भी यहां की सड़कें अब तक पक्की नहीं हो पाई हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गांव में सड़कें मात्र 10 दिनों में बन जाती हैं, जबकि यहां की जनता अब भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है।
ग्रामीणों ने बताया कि बुनुमलता गांव के डोगोर चौक से पताहातु होते हुए उत्क्रमित मध्य विद्यालय डेमकापदा तक की सड़क निर्माण की मांग को लेकर 12 जुलाई 2024 को उपायुक्त प. सिंहभूम को लिखित आवेदन दिया गया था। लेकिन ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कनीय अभियंता की लापरवाही के कारण अब तक इस सड़क का एस्टीमेट नहीं बन पाया, जिससे निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है।
इस संबंध में ग्रामीणों ने आगामी 13 सितंबर 2025 को ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल कार्यालय के समक्ष धरना देने का निर्णय लिया है।
प्रदर्शन के दौरान शत्रुघन कुंकल, आजाद कुंकल, शिव शंकर कुंकल, कृष्णा कुंकल, जादोब कुंकल, घासीराम कुंकल, खैरा कुंकल, भगवान कुंकल, जुवानी कुंकल, जोंगा चंपिया, जयंती कुंकल, सुखुमारी देवी समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष मौजूद थे।