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धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत तीन दिवसीय कार्यशाला शुरू

 

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत “आदि कर्मयोगी” अभियान की शुरुआत हो गई है। 11 से 13 सितंबर तक चलने वाली इस तीन दिवसीय प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन जिले के सभी प्रखंडों में संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा किया गया।

जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित इस अभियान का उद्देश्य जिले के 18 प्रखंडों में अनुसूचित जनजाति समुदाय के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, आंगनवाड़ी निर्माण समेत 17 से अधिक योजनाओं को सैचुरेशन मोड में लागू करना है।

कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ग्राम स्तर पर कार्यरत कर्मियों को योजनाओं की जानकारी देना और उन्हें सशक्त बनाना है, ताकि वे स्थानीय संसाधनों का बेहतर उपयोग कर ग्रामीण विकास में योगदान दे सकें। कार्यशाला में मॉक सेशन, ग्राम मानचित्र एवं विजन प्लान निर्माण, फीडबैक सत्र तथा पीपीटी प्रस्तुतियों के माध्यम से विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की जा रही है।

इस दौरान कर्मियों ने योजनाओं की व्यवहारिक उपयोगिता पर विचार किया और विकास कार्यों की प्राथमिकताएं व भविष्य की चुनौतियों पर भी चर्चा की।

कार्यशाला से यह अपेक्षा की जा रही है कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को नई दिशा मिलेगी।

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