सूर्य हांसदा हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर भाजपा का आक्रोश प्रदर्शन

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से बुधवार को राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन किया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रखंड कार्यालयों के समक्ष धरना देते हुए महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
मुख्य कार्यक्रम झींकपानी प्रखंड कार्यालय में आयोजित किया गया, जहां भाजपा प्रखंड अध्यक्ष प्रसन्न बिरुवा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में भाजपा जिला महामंत्री प्रताप कटियार महतो एवं प्रखंड प्रभारी राजश्री बानरा प्रमुख रूप से मौजूद रहे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने सूर्य हांसदा की हत्या की सीबीआई जांच कराने, रिम्स-2 के लिए अधिग्रहीत आदिवासी जमीन को रैयतों को वापस करने तथा वृद्धों और दिव्यांगों को समय पर पेंशन देने की मांग की।
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वर्तमान राज्य सरकार आदिवासियों और किसानों के हितों की अनदेखी कर रही है। ज्ञापन में मांग की गई कि रिम्स-2 का निर्माण किसी अन्य स्थान पर किया जाए, जिससे आदिवासी समुदाय की जमीन और अधिकारों की रक्षा हो सके। साथ ही यह भी मांग की गई कि पेंशन योजनाओं की राशि लाभुकों के खातों में तय तिथि पर डीबीटी के माध्यम से भेजी जाए।
इसी प्रकार चाईबासा के सदर प्रखंड कार्यालय में भाजपा नगर कमेटी एवं सदर प्रखंड कमेटी के कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष संजय पांडे और प्रदेश प्रवक्ता जे.बी. तुबिद के नेतृत्व में बीडीओ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
उधर, टोंटो प्रखंड में भी दिनेश चंद्र नंदी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और समान मांगों को दोहराया।
मनोहरपुर प्रखंड में सुबह 10:30 बजे मंडल अध्यक्ष राजा सुरीन के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता हाथी नाका चौक से जुलूस की शक्ल में प्रखंड कार्यालय पहुंचे। कार्यालय के बाहर सभा का आयोजन किया गया, जिसमें जिला उपाध्यक्ष किशोर डागा, वरिष्ठ नेता कैलाश गुप्ता समेत अन्य नेताओं ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की।
सभा के बाद बीडीओ शक्ति कुंज को ज्ञापन सौंपा गया। कार्यक्रम के अंत में “भाजपा जिंदाबाद” के नारों के साथ प्रदर्शन का समापन किया गया।
इस प्रदर्शन में जिले भर से भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और सरकार के खिलाफ विरोध जताया।