ईचा खरकई बांध को रद्द करने की मांग पर कांग्रेस दिखी सक्रिय

चाईबासा: ईचा खरकई बांध के विरोध में आवाज़ बुलंद करते हुए ईचा खरकई बांध विरोधी संघ, कोल्हान के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस के झारखंड प्रभारी और मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा से मुलाकात कर उन्हें परियोजना से होने वाले जनजातीय और पर्यावरणीय नुकसान की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने चाईबासा परिसदन में श्री वर्मा को ज्ञापन भी सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि ईचा बांध न केवल संविधान के प्रावधानों के खिलाफ है, बल्कि झारखंड जनजातीय परामर्शदातृ परिषद के निर्णयों की भी अवहेलना करते हुए इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। यह झारखंड की सबसे बड़ी विनाशकारी परियोजनाओं में से एक है, जिससे हजारों आदिवासी परिवारों के विस्थापन का खतरा है।
प्रतिनिधियों की बातों को गंभीरता से सुनते हुए सज्जन सिंह वर्मा ने इसे संवेदनशील और गंभीर मुद्दा बताया। उन्होंने आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेगी और ईचा खरकई बांध को रद्द करने की दिशा में पहल करेगी। उन्होंने कहा कि यह मामला नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के समक्ष रखा जाएगा और कांग्रेस जनजातीय समुदाय को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
श्री वर्मा ने यह भी कहा कि भले ही यह परियोजना कांग्रेस शासनकाल में शुरू हुई हो, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों और जनहित को देखते हुए इसकी पुनः समीक्षा कर रद्द करने की आवश्यकता है।
प्रतिनिधिमंडल में संघ के अध्यक्ष बिर सिंह बुड़ीऊली, उपाध्यक्ष रेयांश सामड, सुरेंद पूर्ति, सन्नी सिंकु, रितेश तामसोय, रविन्द्र अल्डा, गुलिया कालुंडिया और नारायण सिंह पूर्ति सहित अन्य सदस्य शामिल थे।